
वार्ड 65 में दूसरी बार हो रहे नगर निगम चुनाव
देहरादून नगर निगम के वार्ड 65 डोभाल चौक में दूसरी बार नगर निगम के चुनाव हो रहे हैं। छह साल पहले तक यह क्षेत्र ग्रामीण इलाके में आता था, लेकिन परिसीमन के बाद इसे नगर निगम में शामिल किया गया। इस वार्ड में करीब 6,300 मतदाता हैं, और पार्षद के लिए कुल 8 प्रत्याशी मैदान में हैं।
प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर
वार्ड 65 में बीजेपी से विजयलक्ष्मी नेगी, कांग्रेस से सरिता बिष्ट, और निर्दलीय शुभम रावत, दीप्ति बिष्ट सहित कुल 8 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशी दीप्ति बिष्ट अपने तेज-तर्रार भाषणों से चर्चा में हैं, जबकि कांग्रेस की सरिता बिष्ट और बीजेपी की विजयलक्ष्मी नेगी भी जोर-शोर से प्रचार में लगी हैं।
विकास और संगठन बना मुद्दा
बीजेपी के पूर्व पार्षद नरेश रावत का टिकट कटने के बाद उनके भतीजे शुभम रावत निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वह अपने पिछले कामों और विकास के मुद्दों पर वोट मांग रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की सरिता बिष्ट संगठन के लिहाज से कमजोर नजर आ रही हैं।
वार्ड के मुख्य मुद्दे: नशा, शराब और सड़कें
वार्ड 65 में नशा और शराब की समस्या बड़े मुद्दे बने हुए हैं। प्रत्याशियों का कहना है कि क्षेत्र में नशे के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इसके अलावा, एयरपोर्ट और राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की ओर जाने वाली सड़क की खराब स्थिति भी एक अहम मुद्दा है।
बीजेपी का तर्क: ट्रिपल इंजन सरकार का फायदा
बीजेपी प्रत्याशी और उनके समर्थक जनता से यह वादा कर रहे हैं कि शहर, राज्य, और केंद्र में एक ही पार्टी की सरकार होने से विकास कार्यों को गति मिलेगी।
जनता के फैसले का इंतजार
वार्ड 65 के मतदाता प्रत्याशियों के वादों और पिछले कार्यों के आधार पर अपना फैसला करेंगे। अब देखना यह है कि जनता किसे अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपती है।