
देहरादून: उत्तराखंड की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने साइबर धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में 84 लाख रुपये की ठगी करने वाले शातिर आरोपी को उत्तर प्रदेश के कासगंज से गिरफ्तार किया है। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, खासकर इंस्टाग्राम पर विज्ञापन डालकर लोगों को स्टॉक ट्रेडिंग और आईपीओ में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देता था।
फर्जी वेबसाइट से किया करोड़ों का वादा
जांच में पता चला कि आरोपी और उसके गिरोह ने एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी, जिसमें पीड़ितों को खाता खुलवाने और ट्रेडिंग करने के लिए प्रेरित किया गया। इस वेबसाइट पर धनराशि और करोड़ों का मुनाफा दिखाकर लोगों को विश्वास में लिया गया। इसके बाद उनसे निवेश के नाम पर बड़ी रकम वसूलकर धोखाधड़ी की गई।
84 लाख की ठगी का शिकार हुआ देहरादून का शख्स
देहरादून निवासी एक शख्स ने अक्टूबर में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि ऑनलाइन सर्फिंग के दौरान उसे स्टॉक ट्रेडिंग का एक विज्ञापन दिखा, जिसमें क्लिक करने पर उसे व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में मौजूद ठगों ने खुद को बड़े निवेश अधिकारी बताते हुए उसे फर्जी एप पर ट्रेडिंग अकाउंट खोलने को कहा।
आरोपी ने शख्स को आईपीओ आवंटन और बड़े मुनाफे का झांसा दिया। इसके बाद उसने अलग-अलग खातों में कुल 84.7 लाख रुपये जमा करवा लिए।
जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने बैंक खातों की जांच की, जिसमें पता चला कि ठगों ने फर्जी आईडी से मोबाइल नंबर लेकर उन्हें बैंक खातों से जोड़ा था। घटनास्थल से जुड़े ठगों की पहचान कर एसटीएफ ने कासगंज (यूपी) से दुर्गेश नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे काम करता था गिरोह?
एसटीएफ एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपी इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आकर्षक विज्ञापन देकर लोगों को संपर्क में लाते थे। फर्जी वेबसाइट और अकाउंट खोलकर निवेश के नाम पर बड़ी धनराशि जमा कराई जाती थी। वेबसाइट पर करोड़ों का मुनाफा दिखाकर पीड़ितों का विश्वास जीता जाता था।
धोखाधड़ी के पैसे का इस्तेमाल
जांच में खुलासा हुआ कि धोखाधड़ी से हासिल धनराशि को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया था। यह रकम आरोपी की ओर से फर्जी आईडी पर रजिस्टर्ड खातों में डाली गई थी।
एसटीएफ की कार्रवाई जारी
एसटीएफ ने आरोपी से पूछताछ कर उसके गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने लोगों को ऑनलाइन ट्रेडिंग और फर्जी विज्ञापनों से सतर्क रहने की सलाह दी है।