
देहरादून, 28 जून 2025: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने 12 जिलों में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। यह चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे, जबकि हरिद्वार जिला इन चुनावों से बाहर रहेगा। अधिसूचना जारी होते ही चुनाव वाले क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
चुनाव की तारीखें और कार्यक्रम
निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण का मतदान 24 जुलाई और दूसरे चरण का मतदान 28 जुलाई को होगा। मतगणना 31 जुलाई को सभी जिलों में एक साथ कराई जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 30 जून को अधिसूचना जारी की जाएगी, जिससे नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी।
नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद संशोधित अधिसूचना
पहले आयोग ने 21 जून को चुनाव की अधिसूचना जारी की थी, लेकिन नैनीताल हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। अब सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद, आयोग ने संशोधित कार्यक्रम घोषित किया है।
89 विकासखंड और 7,499 ग्राम पंचायतों में होंगे चुनाव
इस बार चुनाव प्रक्रिया 12 जिलों के 89 विकासखंडों और 7,499 ग्राम पंचायतों में कराई जाएगी। चुनाव में कुल 66,418 पदों के लिए मतदान होगा, जिनमें ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के पद शामिल हैं।
मतदाता संख्या में हुई बढ़ोतरी
राज्य में पंचायत चुनावों के लिए कुल 47,77,072 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 24,65,702 पुरुष, 23,10,996 महिलाएं और 374 अन्य मतदाता शामिल हैं। वर्ष 2019 की तुलना में इस बार 4.56 लाख मतदाताओं की वृद्धि हुई है, जो लगभग 10.57% की वृद्धि को दर्शाता है।
मतपत्रों के लिए रंगों का निर्धारण
मतदान को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए आयोग ने हर पद के लिए अलग रंग के मतपत्र निर्धारित किए हैं:
- ग्राम पंचायत सदस्य – सफेद
- ग्राम प्रधान – हरा
- क्षेत्र पंचायत सदस्य – नीला
- जिला पंचायत सदस्य – गुलाबी
चुनाव के लिए सुरक्षा और प्रचार-प्रसार तैयार
चुनाव की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 8,276 मतदान केंद्रों और 10,529 मतदान स्थलों की व्यवस्था की जा रही है। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सघन प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
लोकतंत्र को मजबूती देने वाला अवसर
पंचायत चुनाव उत्तराखंड में स्थानीय शासन को सशक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं। राज्य भर में अब इन चुनावों को लेकर जनता में उत्साह और जागरूकता का माहौल है। आगामी 24 और 28 जुलाई को होने वाले मतदान में जनता अपने प्रतिनिधि चुनेगी और 31 जुलाई को नई पंचायतों का गठन होगा।