उत्तराखंड में शहीद सम्मान समारोह, सीएम धामी ने वीर परिवारों के लिए की बड़ी घोषणाएं
Martyrs' Honor Ceremony in Uttarakhand, CM Dhami made major announcements for the families of the brave

लैंसडाउन, 06 अक्टूबर 2025: उत्तराखंड के लैंसडाउन में रविवार को आयोजित शहीद सम्मान समारोह देशभक्ति और वीरता की भावना से ओत-प्रोत रहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि राज्य के हर घर में सैनिक या शहीद की गाथा बसती है और यही कारण है कि उत्तराखंड “वीरभूमि” कहलाने का अधिकारी है।
शहीदों की अमर गाथा को किया नमन
मुख्यमंत्री धामी ने अमर शहीद गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल में पुष्पचक्र अर्पित कर उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि नेगी जैसे अमर सपूतों के कारण ही आज भारत सुरक्षित और गर्वित राष्ट्र के रूप में खड़ा है। सीएम ने शहीद परिवारों को ताम्रपत्र और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया, जो उनके त्याग और समर्पण का प्रतीक है।
सैन्य धाम में शहीदों की मिट्टी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वीर शहीदों के घरों की पावन मिट्टी से भरे ताम्र कलशों के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित किए। उन्होंने बताया कि यह मिट्टी देहरादून में बन रहे भव्य सैन्य धाम में स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा, “सैन्य धाम केवल ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं, बल्कि उन अमर आत्माओं का प्रतीक है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।”
सैनिकों और वीर नारियों के लिए नई सुविधाएं
सीएम धामी ने सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कोटद्वार स्थित सैनिक विश्राम गृह का जीर्णोद्धार, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय के पुनर्निर्माण के लिए आर्थिक सहायता और सैनिक कल्याण निदेशालयों में कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। इसके अलावा, कई मार्गों और स्कूलों का नाम शहीदों के नाम पर रखने की योजना भी घोषित की गई।
अनुग्रह राशि और आर्थिक सहायता बढ़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख कर दी गई है। परमवीर चक्र विजेताओं को ₹1.5 करोड़, शहीद के अंतिम संस्कार के लिए ₹10,000 की सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही, सैनिकों को भूमि खरीद पर 25% तक की स्टांप ड्यूटी में छूट और सरकारी सेवाओं में 28 शहीद परिवारों के सदस्यों को नियुक्ति की सुविधा भी दी जा चुकी है।
देशभक्ति और पर्यावरण के लिए पहल
सीएम ने केंद्र सरकार की वन रैंक वन पेंशन योजना और आधुनिक सैन्य उपकरणों की सराहना की। उन्होंने प्रदेशवासियों से “एक पेड़ शहीदों के नाम” लगाने की अपील भी की, ताकि देशभक्ति और पर्यावरण संरक्षण की भावना साथ-साथ बढ़ सके।
शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का समापन
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि 25 सितंबर से शुरू हुई शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का समापन लैंसडाउन में हुआ। यात्रा ने राज्य के विभिन्न जिलों में शहीद परिवारों को सम्मानित किया और पूरे कार्यक्रम में देशभक्ति की भावना दिखाई दी।