
आज पुलवामा आतंकी हमले को पूरे छह साल हो गए हैं। 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने एक आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। विस्फोटक से लदे एक वाहन ने सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी थी, जिसमें 39 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। यह काली घटना आज भी देशवासियों के दिलों में ताजा है।
देशभर में शहीदों को श्रद्धांजलि
इस अवसर पर देशभर में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। हर नागरिक आज उन जांबाजों को याद कर रहा है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। कई जगहों पर विशेष कार्यक्रमों और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया है।
पीएम मोदी ने किया वीर जवानों को नमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “2019 में हमने जिन वीर जवानों को खोया, उन्हें शत-शत नमन। आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान और राष्ट्र के प्रति उनकी अटूट समर्पण भावना को कभी नहीं भूलेंगी।”
गृह मंत्री अमित शाह का संदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने भी पुलवामा के वीर जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है और देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए संकल्पित है।” उन्होंने इस हमले को कायराना हरकत बताया और कहा कि शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी।
आतंकवाद के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता
अमित शाह ने आतंकवाद को मानव जाति का दुश्मन बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया इसे जड़ से खत्म करने के लिए एकजुट है। उन्होंने स्पष्ट किया कि “हमारी सरकार आतंकवाद के खात्मे के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं
इस दुखद अवसर पर देश के नागरिक, सुरक्षा बलों के अधिकारी और राजनीतिक नेता शहीदों के परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। कई संगठनों ने शहीदों के परिवारों की सहायता के लिए भी पहल की है।
हमले की यादें और सीख
पुलवामा हमला एक ऐसी त्रासदी थी जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया, और आतंकवाद के खिलाफ भारत ने कई सख्त कदम उठाए। भारतीय सेना ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर इस हमले का करारा जवाब दिया था, जिससे आतंकियों के अड्डों को नष्ट कर दिया गया था।
देश की एकता और संकल्प
आज, छह साल बाद भी, पुलवामा हमला हमें याद दिलाता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें हमेशा एकजुट रहना होगा। यह शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके बलिदान को याद रखें और देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।