Health Update: देर से भोजन करने से हो सकती है एसिडिटी, जानें सही समय और विशेषज्ञों की सलाह
Eating late can cause acidity, know the right time and expert advice
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सही समय पर खाना न खा पाने की समस्या आम हो गई है, विशेष रूप से महिलाओं में, जो घर के कामकाज के कारण नाश्ता और दोपहर का भोजन देर से करती हैं। इसका परिणाम सीने में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के रूप में सामने आता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या देर से भोजन करने से एसिडिटी होती है? और भोजन करने का सही समय क्या होना चाहिए? आइए, इस पर पोषण विशेषज्ञों की राय जानते हैं।
एसिडिटी के कारण और लक्षण:
प्रख्यात पोषण विशेषज्ञ डॉ. जानकी श्रीनाथ का कहना है कि सीने में जलन, जिसे आमतौर पर एसिडिटी कहा जाता है, पाचन से जुड़ी एक आम समस्या है। यह तब होती है जब पेट में एसिड की मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे गले और सीने में जलन होती है। देर से भोजन करने के अलावा, मोटापा, शारीरिक गतिविधि की कमी, और पेट में एच. पाइलोरी संक्रमण भी एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
क्या खाने से बचना चाहिए:
डॉ. श्रीनाथ के अनुसार, जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या होती है, उन्हें मांस, तैलीय और मसालेदार भोजन जैसे काली मिर्च, सूखी मिर्च और इमली से परहेज करना चाहिए। ये चीजें पचने में ज्यादा समय लेती हैं और अतिरिक्त एसिड का उत्पादन करती हैं, जिससे एसिडिटी बढ़ जाती है।
खाना खाने का सही समय:
डॉ. श्रीनाथ का सुझाव है कि लोगों को अपने दैनिक आहार योजना का पालन करना चाहिए। सुबह 6 बजे उठकर 9 बजे तक नाश्ता करें, दोपहर का भोजन 1 बजे तक और शाम को 4-5 बजे के बीच हल्का नाश्ता लें। रात का खाना 7-8 बजे तक पूरा कर लेना चाहिए। इस समय पर खाना खाने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिल सकती है।
एसिडिटी के खतरनाक परिणाम:
अगर एसिडिटी को नजरअंदाज किया जाए, तो इससे एच. पाइलोरी संक्रमण हो सकता है, जो पेट की परत को नुकसान पहुंचाकर अल्सर जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसीलिए डॉक्टर से परामर्श करना और उनकी सलाह का पालन करना बेहद जरूरी है।
दैनिक जीवनशैली में सही आहार और समय पर भोजन करने से एसिडिटी की समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।



