उत्तराखंड

धामी सरकार के चार साल, युवाओं को रोजगार, कौशल और भरोसा

Four years of Dhami government, youth get employment, skills and confidence

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल को चार साल पूरे हो चुके हैं। इन चार वर्षों में राज्य के युवा सबसे ज्यादा लाभान्वित हुए हैं। रोजगार, पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया, कौशल विकास और विदेशों में नौकरी के अवसर—धामी सरकार ने युवाओं को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा।


सरकारी सेवाओं में 25 हज़ार से अधिक युवाओं की नियुक्ति

मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी के सामने सबसे बड़ी चुनौती युवाओं के लिए स्थायी नौकरियाँ उपलब्ध कराना थी। बीते चार सालों में सरकार ने लगातार प्रयास किया। लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और चिकित्सा सेवा चयन आयोग के माध्यम से अब तक 25 हज़ार से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में नियुक्त किया जा चुका है।

हाल ही में जनजाति कल्याण विभाग के आश्रम पद्धति विद्यालयों में चयनित 15 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। सरकार का कहना है कि कई विभागों में अभी भी भर्ती प्रक्रिया चल रही है और आने वाले महीनों में स्थायी नौकरियों की संख्या और बढ़ सकती है।


युवाओं के लिए विदेश में अवसर

धामी सरकार ने 9 नवंबर 2022 को मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना शुरू की। इस योजना के तहत नर्सिंग, आतिथ्य और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

अब तक 154 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिनमें से 37 को जापान में रोजगार मिल चुका है। सरकार की योजना है कि जर्मनी और अन्य देशों में भी उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएँ।


नकल विरोध कानून से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता

2024 में लागू किए गए नकल विरोधी कानून ने भर्तियों में पारदर्शिता और भरोसा बढ़ाया। कानून लागू होने के बाद किसी भी परीक्षा में पेपर लीक की घटना सामने नहीं आई। 100 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया है। इससे भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष और विश्वसनीय बनी है।


युवाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास

मुख्यमंत्री धामी ने बार-बार कहा है कि “उत्तराखंड का पानी और जवानी यहीं के काम आए।” सरकार का लक्ष्य युवा रोजगार खोजने वाले न बनें, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। इसके लिए स्टार्टअप्स, स्वरोजगार योजनाओं और कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जा रहा है।


गाँव-गाँव तक असर

सरकार की नीतियों का असर केवल शहरों तक सीमित नहीं है। ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को भी इसका लाभ मिल रहा है। इससे पलायन की समस्या कम होने की उम्मीद है और युवा अपने गाँव में रहकर ही रोजगार कमा पाएंगे।


पिछले चार सालों में धामी सरकार ने युवाओं को स्थायी रोजगार, कौशल विकास और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से आत्मविश्वास और अवसर प्रदान किए हैं। ये कदम आने वाले समय में राज्य के युवाओं को और अधिक सशक्त बना सकते हैं।

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