
महाराष्ट्र (एजेंसी) : एकनाथ शिंदे के विरोध के बावजूद बीजेपी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेन्द्र फड़णवीस पर अड़ी हुई है। शिवसेना (शिंदे) और अजित पवार के गुट को उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश करेगी, हालांकि अन्य महत्वपूर्ण विवरण, जैसे कि किसे कौन से विभाग मिलेंगे और कितने, पर अभी काम होना बाकी है भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने उम्मीद जताई कि शिंदे उनके पक्ष में आ जाएंगे, क्योंकि भाजपा के पास बहुत बड़ी संख्या है: उसने 132 सीटें जीतीं और अजित पवार के 41 सदस्यीय समूह तथा अन्य दलों में बिखरे अपने “मूक” समर्थकों के समर्थन से 145 के जादुई आंकड़े तक पहुंच गई। शिवसेना और एनसीपी ने क्रमश: शिंदे और पवार को अपने विधायक दल का नेता चुन लिया है, लेकिन भाजपा ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है,
लेकिन शनिवार को जब भाजपा ने उनकी रणनीति और जमीनी खेल के बल पर रिकॉर्ड तोड़ सीटें जीतीं, तब से पार्टी के नेता के रूप में फडणवीस का चयन तय माना जा रहा था।समझा जाता है कि फडणवीस और शिंदे नेतृत्व मुद्दे को सुलझाने और सरकार गठन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिलने राष्ट्रीय राजधानी जा रहे हैं। शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने बिहार मॉडल का हवाला देते हुए सुझाव दिया कि शिंदे को सीएम बने रहना चाहिए। भाजपा एमएलसी प्रवीण दारकेकर ने सीएम पद के लिए फडणवीस का समर्थन किया और राज्य का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर जोर दिया।