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रुद्रप्रयाग: देवराड़ी देवी और हरियाली देवी के मिलन से भक्त हुए भावुक, देवरा यात्रा का अनोखा अद्भुत क्षण
Rudraprayag: Devotees became emotional due to the meeting of Devradi Devi and Hariyali Devi, a unique and wonderful moment of Devra Yatra

देवराड़ी देवी और हरियाली देवी का मिलन:
- रानीगढ़ पट्टी के सिदौली गांव में सिद्धपीठ देवराड़ी देवी ने अपनी बहन हरियाली देवी से 6 महीने बाद देवरा यात्रा के दौरान भेंट की।
- दोनों देवियों के मिलन का अद्भुत क्षण देखकर धियाणियों की आंखें नम हो गईं।
- सैकड़ों भक्त इस दिव्य मिलन के साक्षी बने।
देवराड़ी देवी की देवरा यात्रा:
- 6 महीने की देवरा यात्रा पर निकलीं देवराड़ी देवी।
- बीते 4 दिसंबर को अपने मूल मंदिर देवल से यात्रा शुरू हुई।
- यात्रा के दौरान रानीगढ़, नागपुर, चलणस्यूं पट्टी के विभिन्न गांवों में भ्रमण कर भक्तों को आशीर्वाद दिया जा रहा है।
- 12 साल बाद निकली इस यात्रा का उद्देश्य धर्म और संस्कृति का प्रचार करना है।
हरियाली देवी मंदिर में विश्राम:
- देवराड़ी देवी की यात्रा का रात्रि विश्राम हरियाली देवी मंदिर में होगा।
- मंदिर समिति द्वारा यात्रियों के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था की गई।
धर्म और संस्कृति का प्रचार:
- हरियाली देवी के मुख्य पुजारी विनोद प्रसाद मैठाणी ने बताया कि इस तरह की दैवीय यात्राएं नई पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ने का माध्यम बनती हैं।
- देवराड़ी देवी पुत्र दायिनी के रूप में प्रसिद्ध हैं और रानीगढ़ व धनपुर समेत कई गांवों की आराध्य देवी मानी जाती हैं।
श्रद्धालुओं की भक्ति:
- वेदपाठी विजय प्रसाद जसोला ने बताया कि यात्रा के दौरान भक्तजन मां देवराड़ी से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
- इस अवसर पर प्रदीप राणा, लखपत बिष्ट, हर्षपति देवली समेत कई भक्तजन उपस्थित रहे।
देवराड़ी देवी की देवरा यात्रा ने श्रद्धालुओं को धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक किया और इस पवित्र मिलन ने भक्तों के हृदय में भक्ति और आस्था को और अधिक मजबूत किया।