भराड़ीसैंण में चाय की चुस्कियों संग जनता से जुड़े सीएम धामी
CM Dhami connected with the public over sips of tea in Bhararisain

चमोली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भराड़ीसैंण प्रवास इस बार अलग ही रंग लेकर आया। विधानसभा सत्र की व्यस्तता के बाद वे सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले और स्थानीय लोगों से सीधे संवाद किया। इस दौरान उन्होंने चंद्र सिंह नेगी के प्रतिष्ठान पर खुद अपने हाथों से चाय बनाई और ग्रामीणों के साथ बैठकर चुस्कियां लेते हुए न सिर्फ हालचाल पूछा, बल्कि सरकार की योजनाओं पर फीडबैक भी लिया।
गैरसैंण को पर्यटन राजधानी बनाने की दृष्टि
सीएम धामी ने बातचीत में कहा कि गैरसैंण केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी नहीं, बल्कि भविष्य में उत्तराखंड का बड़ा पर्यटन केंद्र भी बन सकता है। उन्होंने यहां की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और सांस्कृतिक धरोहर का जिक्र करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में साहसिक खेल और धार्मिक पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
जनता से सीधा संवाद
स्थानीय लोग मुख्यमंत्री को अपने बीच देखकर बेहद उत्साहित नजर आए। उन्होंने क्षेत्र की समस्याएं और योजनाओं की वास्तविक स्थिति बताई। सीएम ने आश्वासन दिया कि सरकार हर योजना का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका कहना था कि इसी तरह का संवाद लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करता है।
समूहों और कर्मचारियों से मुलाकात
भराड़ीसैंण प्रवास के दौरान धामी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत काम कर रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर उनके प्रयासों की सराहना की। साथ ही विधानसभा परिसर में कार्यरत सफाई कर्मियों से भी बातचीत की और उनकी जरूरतों व सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।
लोकप्रिय हो रहा है ‘मॉर्निंग वॉक स्टाइल’
सीएम धामी का यह अनोखा अंदाज अब जनता के बीच खासा लोकप्रिय हो रहा है। मॉर्निंग वॉक के दौरान जनता से सीधे जुड़ना और उनकी राय लेना उन्हें और अधिक आत्मीय बनाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह सहज और मिलनसार व्यवहार उन्हें सरकार से जुड़ाव का अहसास कराता है।
गैरसैंण के विकास की राह
विशेषज्ञ मानते हैं कि गैरसैंण को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सड़क, स्वास्थ्य, बिजली-पानी और रोजगारपरक योजनाओं पर तेजी से काम करना होगा। मुख्यमंत्री के संकेतों से साफ है कि सरकार इस दिशा में गंभीर है और आने वाले समय में गैरसैंण उत्तराखंड की पहचान का अहम हिस्सा बन सकता है।
भराड़ीसैंण में चाय की चुस्कियों के बीच जनता से जुड़ते हुए सीएम धामी ने दिखाया कि असली नेतृत्व जनता के बीच रहकर ही संभव है। उनका यह अंदाज लोगों को न केवल अपनापन महसूस कराता है बल्कि गैरसैंण के उज्ज्वल भविष्य की नई उम्मीद भी जगाता है।