
लोहाघाट (6 दिसंबर): मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मल्लिकार्जुन पब्लिक स्कूल, लोहाघाट का दीप प्रज्वलित कर विधिवत लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य होना चाहिए। यह विद्यालय स्व. मल्लिकार्जुन जोशी की उस परिकल्पना को साकार कर रहा है, जिसमें बच्चों को उच्च शिक्षा दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और विद्यालयों का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व और संस्कार का भी निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन विद्यालय के छात्र-छात्राएं भविष्य में किसी डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, पत्रकार या प्रशासनिक सेवा में जा सकते हैं और हर क्षेत्र में नेतृत्व का कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति का भी जिक्र किया और कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने इस नीति को स्कूली शिक्षा में लागू किया है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की पहल और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की दिशा में किए गए प्रयासों को सराहा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार और नकल पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कड़ा नकलरोधी कानून लागू किया है। इस कानून के तहत अब नकल करने वालों के खिलाफ कठोर दंड का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को देश का उज्ज्वल भविष्य बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि भारत अगले 100 वर्षों में दुनिया में एक विकसित राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि पर्वतीय क्षेत्रों से निकलने वाले युवा पूरे विश्व में अपना नाम रोशन करेंगे।
साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य में विकास की गति को और तेज करने की बात की और चंपावत जिले को आदर्श जनपद बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में शिक्षा, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में निरंतर विकास हो रहा है।
इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक हरीश जोशी, प्रधानाचार्य अशोक शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत और छोलिया नृत्य ने कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया।