
चमोली: सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) के छात्र नवनीत मजियाड़ी के अभिनव प्रोजेक्ट “हिमालयन एयर ऐड” का चयन IIT दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी के लिए हुआ है। नवनीत के इस चयन से विद्यालय और क्षेत्र में खुशी का माहौल है, और यह उपलब्धि सीमांत क्षेत्र के छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार, छात्र नवनीत आज अटल लैब के संयोजक और विद्यालय के प्रवक्ता प्रकाश पंवार के साथ IIT दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां 8 से 11 नवंबर तक चलने वाली इस प्रतिष्ठित प्रदर्शनी में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
अटल टिंकरिंग लैब से मिला नवाचार को बढ़ावा
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज को भारत सरकार के नीति आयोग के सौजन्य से 2020 में अटल टिंकरिंग लैब (ATL) का अनुदान प्राप्त हुआ। इस प्रयोगशाला का उद्देश्य छात्रों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना है। इस लैब की स्थापना के बाद से विद्यालय में कई छात्रों ने अद्वितीय और प्रभावशाली प्रोजेक्ट्स तैयार किए हैं, जो जिला, राज्य, और अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। अटल लैब के माध्यम से नवनीत जैसे छात्र नए-नए प्रयोग कर अपनी सोच और तकनीकी कौशल को प्रदर्शित कर रहे हैं।
“हिमालयन एयर ऐड” प्रोजेक्ट: आपदा प्रबंधन में सहायक उपकरण
नवनीत का प्रोजेक्ट “हिमालयन एयर ऐड” का कॉन्सेप्ट बहु-उद्देशीय है, जिसमें हिमालयी क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के लिए UAB (Unmanned Aerial Vehicle) का उपयोग प्रमुख रूप से शामिल है। अटल लैब के संयोजक प्रकाश पंवार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य भूस्खलन, भूकंप, और अन्य आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में UAVs का उपयोग करना है। यह प्रोजेक्ट आपातकालीन स्थितियों में सटीक जानकारी पहुंचाने, राहत सामग्री वितरित करने और उन क्षेत्रों में जहां मानवीय पहुंच संभव नहीं होती, वहां सहायता प्रदान करने के लिए कारगर साबित हो सकता है। इस प्रोजेक्ट का विजन यह है कि पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा के समय UAV की सहायता से सुरक्षित और तेज़ी से सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
राज्य स्तरीय ऑनलाइन इंटरव्यू में मिला राष्ट्रीय स्तर पर चयन
हाल ही में, भारत सरकार और IIT दिल्ली द्वारा राज्य स्तरीय ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजित किया गया था, जिसमें छात्रों को अपने-अपने प्रोजेक्ट्स का ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण करने का मौका मिला। इस इंटरव्यू में नवनीत ने अटल लैब की सहायता से बनाए गए अपने प्रोजेक्ट “हिमालयन एयर ऐड” का प्रस्तुतिकरण किया। इस प्रोजेक्ट की नवीनता और महत्व को देखते हुए इसे IIT दिल्ली की राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में प्रदर्शन के लिए चयनित किया गया।
सीमांत क्षेत्र के लिए गर्व की बात
विद्यालय के प्रधानाचार्य शंभु प्रसाद चमोला ने कहा कि यह हमारे विद्यालय और क्षेत्र के लिए गर्व की बात है कि IIT दिल्ली जैसी प्रतिष्ठित संस्थान ने हमारे छात्र के प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने बताया कि नवनीत का यह चयन केवल उसके लिए नहीं, बल्कि पूरे जनपद के छात्रों के लिए प्रेरणादायक है। इस प्रदर्शनी में नवनीत का प्रदर्शन सीमांत क्षेत्र के अन्य छात्रों को भी नवाचार और विज्ञान के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित करेगा।
विज्ञान में रुचि बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर
इस उपलब्धि से सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज ज्योतिर्मठ के छात्रों में विज्ञान और नवाचार के प्रति रुचि बढ़ेगी। “हिमालयन एयर ऐड” जैसे प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहन मिलने से यह स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में भी प्रतिभाशाली छात्र हैं, जो वैश्विक स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। नवनीत का चयन न केवल जोशीमठ, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है।
राष्ट्रीय स्तर पर नवनीत का यह योगदान राज्य के अन्य छात्रों और शिक्षा संस्थानों को भी प्रेरित करेगा, जिससे भविष्य में कई और छात्र नवाचार के क्षेत्र में आगे आएंगे और सीमांत क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान खोजेंगे।