उत्तराखंड आपदा: पीएम मोदी ने पीड़ितों से मुलाकात कर दिया 1200 करोड़ का राहत पैकेज
Uttarakhand disaster: PM Modi met the victims and announced a relief package of Rs 1200 crore

देहरादून: लगातार हुई भीषण बारिश और भूस्खलन से उत्तराखंड इस साल एक बार फिर बड़े पैमाने पर तबाही का सामना कर रहा है। भारी मानसूनी बारिश से राज्य में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 90 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हजारों घर, खेत और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे व्यापक आर्थिक नुकसान हुआ है। इसी आपदा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को राज्य के दौरे पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
मौसम ने रोका हवाई सर्वे, देहरादून में हुई हाई लेवल बैठक
योजना के अनुसार प्रधानमंत्री को उत्तरकाशी, चमोली और टिहरी के आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करना था, लेकिन खराब मौसम के कारण यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने देहरादून स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में आपदा प्रबंधन से जुड़ी उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने फोटो और वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से राहत और बचाव कार्यों की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी।
पीड़ितों से सीधा संवाद
प्रधानमंत्री ने उत्तरकाशी, चमोली और अन्य प्रभावित क्षेत्रों से आए 22 से अधिक आपदा पीड़ितों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की। इन परिवारों में कई ने अपने घर और अपनों को खो दिया है। पीएम मोदी ने प्रत्येक से धैर्यपूर्वक बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान 50 से अधिक आपदा मित्र और स्वयंसेवक भी मौजूद थे।
घोषणाएं और आर्थिक सहायता
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के लिए 1,200 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। हाल ही में बाढ़ और भूस्खलन में अनाथ हुए बच्चों को ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत विशेष मदद दी जाएगी। केंद्र सरकार ने राज्य में बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और जरूरी सुविधाओं की बहाली में पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
2013 की यादें ताज़ा
साल 2013 की भीषण त्रासदी के बाद यह दूसरा मौका है जब नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में इस तरह की आपदा का प्रत्यक्ष जायजा लिया। उस समय वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे और केदारनाथ की तबाही का निरीक्षण करने आए थे। हालांकि, खराब मौसम के कारण तब भी वे प्रभावित इलाकों तक नहीं पहुंच सके थे। इस बार भी मौसम ने उन्हें रोक दिया, लेकिन उन्होंने देहरादून से ही हालात का विस्तृत आकलन किया।
केंद्र और राज्य सरकार एकजुट
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की यह आपदा पूरे देश की चिंता है। “राज्य और केंद्र सरकार मिलकर राहत व पुनर्वास कार्य तेजी से कर रही हैं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजन खोए हैं, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। हम हर प्रभावित व्यक्ति तक सहायता पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध हैं,” उन्होंने कहा।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने शुरुआती आकलन में 5,700 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान जताया है। केंद्र से विशेष पैकेज की उम्मीद की जा रही है, जिससे पुनर्निर्माण और राहत कार्य को गति मिल सके।