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शेयर बाजार सप्ताह के अंतिम दिन लाल निशान पर खुला, सेंसेक्स 369 अंक टूटा, आईटी और फार्मा सेक्टर में गिरावट

The stock market opened on the red mark on the last day of the week, Sensex fell by 369 points, IT and pharma sectors declined

मुंबई: कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही। बीएसई का सेंसेक्स 369 अंकों की गिरावट के साथ 82,820.76 पर खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ 25,257.20 पर ओपन हुआ। बाजार खुलते ही निवेशकों में सतर्कता दिखाई दी, जिसका असर प्रमुख इंडेक्स पर साफ नजर आया।

आज के कारोबार में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा एलेक्सी, आनंद राठी वेल्थ, IREDA, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ग्लेनमार्क फार्मा, एजिस लॉजिस्टिक्स और मेटा इन्फोटेक के शेयरों पर निवेशकों की खास नजर रहेगी। इन कंपनियों के प्रदर्शन से बाजार की दिशा प्रभावित हो सकती है।

गुरुवार का मिला-जुला प्रदर्शन

सप्ताह के चौथे दिन गुरुवार को भी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 345 अंकों की कमजोरी के साथ 83,190.28 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,355.25 के स्तर पर क्लोज हुआ था।

गुरुवार को निफ्टी पर टॉप गेनर्स में इंडसइंड बैंक, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के नाम शामिल रहे। दूसरी ओर, टॉप लूजर्स की सूची में भारती एयरटेल, एचडीएफसी लाइफ, एशियन पेंट्स, अपोलो हॉस्पिटल्स और श्रीराम फाइनेंस जैसे दिग्गज शेयर शामिल रहे।

आईटी और फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव

गुरुवार के कारोबार में मेटल और रियल्टी को छोड़ बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, पीएसयू बैंक और टेलीकॉम सेक्टर में करीब 0.5 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। विप्रो और इंफोसिस जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन से निफ्टी आईटी इंडेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज किया गया।

हालांकि, व्यापक बाजार की बात करें तो निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में कुछ हद तक मजबूती देखने को मिली, लेकिन प्रमुख इंडेक्स की गिरावट के मुकाबले इनकी बढ़त सीमित रही।

वैश्विक संकेतों से भी बाजार में अस्थिरता

बाजार की मौजूदा सतर्कता की एक बड़ी वजह संभावित अमेरिकी टैरिफ कार्रवाई और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता रही। वैश्विक स्तर पर मिले कमजोर संकेतों ने निवेशकों की धारणा पर असर डाला, खासकर आईटी और निर्यात आधारित कंपनियों पर।

सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में गिरावट के साथ शुरुआत ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। वैश्विक परिस्थितियां, सेक्टोरल दबाव और व्यापारिक अनिश्चितता आने वाले कारोबारी सत्रों में बाजार की दिशा तय करेंगे। निवेशकों को फिलहाल सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।

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