
नई दिल्ली, 6 जून 2025: भारतीय क्रिकेट टीम को दो बार विश्व कप जिताने वाले अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। इस ऐलान ने क्रिकेट जगत को हैरानी में डाल दिया, क्योंकि वे हाल ही तक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सक्रिय नजर आ रहे थे।
पीयूष चावला ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि वे क्रिकेट से अलविदा लें और जीवन के अगले चरण की ओर बढ़ें। उन्होंने अपने करियर के दौरान मिले समर्थन के लिए टीम के साथी खिलाड़ियों, कोचों, परिवार और प्रशंसकों का आभार प्रकट किया।
विश्व कप विजेता खिलाड़ी
पीयूष चावला का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। वे 2007 में भारत द्वारा जीते गए पहले टी20 विश्व कप और 2011 के वनडे विश्व कप में टीम का हिस्सा रहे। भले ही दोनों टूर्नामेंटों में उन्हें सीमित मौकों पर खेलने का मौका मिला, लेकिन वे उस ऐतिहासिक टीम का हिस्सा थे जिसने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
हाल की गतिविधियां और आईपीएल में प्रदर्शन
हाल ही में पीयूष चावला ने आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन इसके बावजूद वे आईपीएल 2025 की नीलामी में अनसोल्ड रहे और उन्हें किसी भी फ्रेंचाइज़ी ने नहीं खरीदा। इसके बाद वे इस सीजन में बतौर कमेंटेटर नजर आए और खेल पर अपनी विशेषज्ञ राय दी।
आंकड़ों में चावला का करियर
पीयूष चावला ने भारत के लिए कुल 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
- टेस्ट क्रिकेट: 6 विकेट
- वनडे क्रिकेट: 32 विकेट
- टी20 अंतरराष्ट्रीय: 7 विकेट
- कुल रन: सभी प्रारूपों में मिलाकर 44 रन
घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उनका रिकॉर्ड और भी शानदार रहा है। वे घरेलू सर्किट में यूपी, गुजरात और अन्य टीमों के लिए वर्षों तक खेले और कई मौकों पर अपनी टीम को जीत दिलाई।
संन्यास के बाद की संभावनाएं
संन्यास की घोषणा के साथ अब उम्मीद की जा रही है कि पीयूष चावला क्रिकेट की दुनिया में किसी नई भूमिका में नजर आएंगे। वे पहले ही कमेंट्री और विश्लेषण की भूमिका में नजर आ चुके हैं। इसके अलावा वे कोचिंग या मेंटरशिप की भूमिका में भी युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श बन सकते हैं।
प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
उनके संन्यास की खबर के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। क्रिकेटप्रेमियों ने उन्हें उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। कई पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने भी पीयूष के करियर को सलाम किया और उनके शांत स्वभाव व अनुशासन की सराहना की।
पीयूष चावला भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबे समय तक सक्रिय नहीं रहे, लेकिन उन्होंने भारतीय क्रिकेट को जो योगदान दिया है, वह अमूल्य है। उनके द्वारा लिए गए अचानक संन्यास से क्रिकेट प्रेमियों को जरूर झटका लगा, लेकिन उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा। आने वाले समय में वे किस भूमिका में वापसी करते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
यदि आप चाहें तो मैं आपको उनके IPL करियर या घरेलू क्रिकेट के आंकड़े भी विस्तार से बता सकता हूँ।