
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत की नीति को लेकर सख्त बयान देते हुए स्पष्ट किया कि देश अब आतंकवाद को किसी भी स्तर पर सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत की “जीरो टॉलरेंस” नीति केवल एक नारा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की ठोस कार्ययोजना का हिस्सा है।
सुरक्षा संगोष्ठी में रखा गया मजबूत रुख
देहरादून में आयोजित एक सुरक्षा और विकास केंद्रित संगोष्ठी में बोलते हुए सीएम धामी ने कहा कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक कदम उठाने की नीति पर चल रहा है। इस कार्यक्रम में राज्य पुलिस, सेना, प्रशासनिक अधिकारियों और बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी रही।
आतंक के खिलाफ सख्ती, युवाओं को संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के सुरक्षा बलों को अब आतंक के विरुद्ध केवल प्रतिक्रिया देने की नहीं, बल्कि आवश्यक होने पर पहले प्रहार की भी स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बनें और गलत विचारधाराओं से दूर रहें। उन्होंने कहा, “भारत अब दुनिया के सामने एक ताकतवर राष्ट्र के रूप में खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति अडिग है।”
उत्तराखंड की सीमाएं होंगी और सशक्त
सीएम धामी ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के नाते उत्तराखंड की भूमिका राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण है। सरकार ने पहाड़ी और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती को मजबूत किया है। हाईटेक निगरानी उपकरण, ड्रोन और इंटेलिजेंस नेटवर्क को सक्रिय किया गया है ताकि सीमाओं की सुरक्षा में कोई चूक न हो।
रोजगार और विकास की दिशा में भी काम
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य के युवाओं को सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए विशेष प्रशिक्षण और सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि सुरक्षा के साथ विकास को भी गति मिलेगी। राज्य में पर्यटन, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
वैश्विक मंचों पर भारत की प्रभावी उपस्थिति
सीएम धामी ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर आज भारत की आवाज संयुक्त राष्ट्र और G20 जैसे वैश्विक मंचों पर गंभीरता से सुनी जा रही है। भारत न सिर्फ अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर रहा है, बल्कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बेनकाब करने में भी सफल हो रहा है।