नई दिल्ली : (एजेंसी) इजरायल ने ईरान के उन ठिकानों को निशाना बनाया है जहां से ईरान इजरायल पर हमले करता रहा है. जानकार मानते हैं कि इन हमलों के पीछे इजरायल का मकसद ईरान की वायु रक्षा प्रणाली को बर्बाद करना है। इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर किया बड़ा हमला, IDF ने कहा ये हमारा पलटवार हैIDF ने ईरान पर किए हमलों को लेकर एक बयान भी जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि ये हमला ईरान और उसके प्रॉक्सी को हमारा जवाब वहीं, आईडीएफ ने अपने जारी बयान में कहा गया है कि ऐसे हमले आगे भी जारी रहेंगे. सूत्रों के अनुसार ईरान पर हमले के लिए इजरायल ने 100 से ज्यादा लड़ाकू विमानों का भी इस्तेमाल किया है. इजरायल ने ईरान के उन ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है जहां ईरान अपनी मिसाइलें रखता है. शुरुआती जानकारी के अनुसार इजरायल आगे भी बड़े हमले की तैयारी में है. शनिवार को हुए हमलों में इजरायल ने तेहरान पर भी बम बरसाए हैं।
इजरायल ने शनिवार की सुबह ईरान पर एक बड़ा हमला किया है. इस हमले में इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं. इस मिसाइल हमले से हुए धमाकों की आवाज को ईरान में काफी देर तक सुना गया है. बताया जा रहा है कि ईरान की राजधानी तेहरान में भी ऐसे धमाके सुने गए हैं. ईरान पर हमले को लेकर इजरायली सेना (आईडीएफ) ने भी बयान जारी किया है. आईडीएफ ने अपने जारी बयान में कहा है कि बीते कुछ समय में ईरान और उनके प्रॉक्सी ने हम पर कई हमले किए हैं. ये हमारा पलटवार है. हम अपने देश को बचाने के लिए कुछ भी करेंगे।
इजरायल ने ईरान पर एक के बाद एक कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं।कुछ दिन पहले ही इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर भी एक ड्रोन हमला किया गया था. इस हमले में इजरायल के पीएम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. बाद में इस हमले की जिम्मेदारी हिजबुल्लाह ने ली थी. इस हमले के बाद इजरायली पीएम ने एक बयान जारी कर कहा था कि जिसने भी ये हमला किया है हम उसे ऐसे ही नहीं जाने देंगे.हमला करने वाले और ऐसे लोगों को साथ देने वालों को बड़ी कीमत चुकानी पडे़गी. आपको बता दें कि हिजबुल्लाह, हूती और हमास जैसे आतंकी संगठन को ईरान का समर्थन है. ईरान लगातार इजरायल के खिलाफ इन आतंकी संगठनों को अपना समर्थन देता आया है।