Lucknow: उत्तर प्रदेश के अब तक बाढ़ से प्रभावित 37 जनपदों के सापेक्ष वर्तमान में 11 जनपद बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 17 लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं अतिवृष्टि व आकशीय बिजली से मृतकों के परिजनों को 04-04 लाख रुपये की सहायता धनराशि प्रदान की जा चुकी है। अब तक 30 पशु हानि के सापेक्ष 30 प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान की जा चुकी है। अब तक 3,056 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अतिवृष्टि एवं आकाशीय विद्युत से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को 04-04 लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आपदाओं में घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार विगत 24 घण्टों में प्रदेश में अतिवृष्टि से 06 तथा आकाशीय विद्युत से 01 जनहानि हुई है। इनमें अतिवृष्टि से जनपद कन्नौज, मथुरा, इटावा, बुलन्दशहर, अमरोहा एवं गाजियाबाद में 01-01 तथा आकाशीय विद्युत से जनपद श्रावस्ती में 01 जनहानि हुई है। गंगा नदी जनपद बदायूं (कचलाब्रिज) में, केन नदी जनपद बांदा (बांदा) तथा चम्बल नदी धौलपुर में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं।
प्रदेश में फिलहाल 11 जनपदों के 36 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें जिला फर्रुखाबाद के 11, पीलीभीत व लखीमपुर खीरी के 05-05, बांदा व जालौन के 4-4, बलिया के 02 तथा गोण्डा, बाराबंकी, सीतापुर, देवरिया व गौतमबुद्धनगर का एक-एक गांव शामिल है। प्रदेश के इन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पीएसी की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए हैं। राहत एवं बचाव कार्य हेतु सभी बाढ़ग्रस्त जनपदों में पीएसी, एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।