
नई दिल्ली, 12 मई 2025 – भारतीय क्रिकेट टीम के महान बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। यह फैसला क्रिकेट प्रेमियों और उनके प्रशंसकों के लिए भावनात्मक पल बन गया है, क्योंकि कोहली ने एक दशक से भी अधिक समय तक भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ के रूप में अपनी भूमिका निभाई।
कोहली ने अपने टेस्ट करियर में कुल 113 मैच खेले और 9230 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक लगाए। उनका औसत 52 से अधिक रहा, जो उनकी निरंतरता और क्लास को दर्शाता है।
टेस्ट क्रिकेट में विराट का चमकता सफर
विराट कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और जल्द ही खुद को टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में स्थापित कर लिया। उन्होंने न केवल घरेलू मैदानों पर बल्कि विदेशी धरती पर भी शानदार प्रदर्शन किया। उनका ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों के खिलाफ खेला गया आक्रामक क्रिकेट आज भी यादगार है।
कप्तान के रूप में भी बेजोड़ योगदान
कोहली ने न केवल बल्ले से बल्कि बतौर कप्तान भी टेस्ट क्रिकेट में गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 तक पहुंचाया और 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिनमें से भारत ने 40 में जीत दर्ज की। उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरज़मीं पर हराकर इतिहास रचा।
संन्यास की घोषणा पर भावनात्मक संदेश
कोहली ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया के ज़रिए की, जहां उन्होंने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट मेरे दिल के बेहद करीब रहा है। इसने मुझे अनुशासन, धैर्य और सम्मान सिखाया। अब समय है इस खूबसूरत सफर को विराम देने का। मैं अपने साथियों, कोचिंग स्टाफ, बीसीसीआई और फैंस का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं।”
क्रिकेट जगत में प्रतिक्रियाएं
विराट के संन्यास की खबर सामने आते ही क्रिकेट जगत की तमाम हस्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान की सराहना की। सचिन तेंदुलकर ने उन्हें “टेस्ट क्रिकेट का योद्धा” बताया, वहीं रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने उनके नेतृत्व और जुनून को अगली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बताया।
फैंस के लिए राहत की बात
हालांकि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा है, लेकिन वह वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेलते रहेंगे। फैंस अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि सफेद गेंद के क्रिकेट में वे भारत के लिए कई और यादगार पारियां खेलेंगे।