
मुख्य सचिव ने की समीक्षा बैठक
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन की तैयारियों को लेकर सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उद्योग, पर्यटन, कौशल विकास, कृषि, और उद्यान विभाग समेत अन्य विभागों द्वारा आयोजित किए जाने वाले सत्रों पर चर्चा की गई।
विभागीय सत्रों की रूपरेखा
- उद्योग विभाग: उत्तराखंड में मैन्युफैक्चरिंग, पावर और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर सत्र।
- पर्यटन विभाग: हॉस्पिटैलिटी, वेलनेस, एस्ट्रो टूरिज्म और हेली सेवाओं पर चर्चा।
- कौशल विकास विभाग: विदेश में रोजगार, कौशल विकास, और उच्च शिक्षा के अवसर।
- कृषि एवं उद्यान विभाग: हॉर्टीकल्चर, हर्बल मेडिसिन, और एरोमैटिक पौधों पर सत्र।
राज्य की संस्कृति और स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन
मुख्य सचिव ने सम्मेलन के दौरान उत्तराखंड की लोक संस्कृति, खानपान, हस्तशिल्प, और स्थानीय उत्पादों को भव्य तरीके से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयोजन स्थल पर स्वच्छता, पार्किंग, प्रवासी अतिथियों के स्वागत-सत्कार, परिवहन, और ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
विदेशी प्रवासियों की भागीदारी
अब तक 17 देशों से 60 प्रवासी सम्मेलन के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं:
यूएई (19), जापान (10), न्यूजीलैंड (3), सिंगापुर (4), कनाडा (2), चीन (2), यूनाइटेड किंगडम (2), इंडोनेशिया (2), अमेरिका (2), वियतनाम (2), ओमान (2), जर्मनी (1), आयरलैंड (1), मलेशिया (1), नाइजीरिया (1), थाईलैंड (1)।
विभिन्न सत्रों में चर्चा के प्रमुख विषय
- उद्योग और ऊर्जा सत्र: राज्य के विकास में प्रवासियों का योगदान, रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश, पलायन रोकने और स्टार्टअप ईकोसिस्टम का विकास।
- पर्यटन और वेलनेस सत्र: पर्यावरणीय और वन्यजीव पर्यटन, सतत और पर्यावरण-अनुकूल होटलों का संचालन, आयुष और वेलनेस में राज्य को बढ़ावा।
- कौशल विकास और उच्च शिक्षा सत्र: गुणवत्तायुक्त शिक्षा, विदेशों में रोजगार के अवसर, स्टार्टअप योजनाओं पर प्रवासी समुदाय के साथ संवाद।
- कृषि और ग्रामीण सत्र: कृषि क्षेत्र में निवेश, ग्रामीण पलायन रोकने के उपाय, कृषि और उद्यान में स्टार्टअप ईकोसिस्टम का विकास।
सम्मेलन को लेकर तैयारी पूरी
बैठक में सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगौली, श्री विनोद कुमार सुमन, डीजी सूचना श्री बंशीधर तिवारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सम्मेलन में प्रवासी उत्तराखंडियों के योगदान और राज्य के विकास में उनके महत्व पर गहन चर्चा की जाएगी।