हल्द्वानी में उत्तराखंड क्रांति दल की ‘तांडव रैली’, सशक्त भू-कानून की मांग पर दिया ज्ञापन
Uttarakhand Kranti Dal's 'Tandav Rally' in Haldwani, memorandum given demanding strong land law
हल्द्वानी: भू-कानून और मूल निवास को लेकर निकाली रैली
शनिवार, 21 दिसंबर को उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने हल्द्वानी में तांडव रैली का आयोजन किया। यह रैली कुसुमखेड़ा चौराहे से कुमाऊं कमिश्नर कैंप कार्यालय तक निकाली गई, जिसके बाद दल के नेताओं ने कुमाऊं कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।
24 साल बाद भी बुनियादी समस्याएं बरकरार: भुवन जोशी
रैली के संयोजक भुवन जोशी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन के 24 साल बाद भी पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन और बेरोजगारी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पहाड़ी क्षेत्रों की जमीनें बंजर हो रही हैं, और युवाओं को आजीविका के लिए पलायन करना पड़ रहा है।
हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून की मांग
- यूकेडी ने मांग की कि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सशक्त भू-कानून उत्तराखंड में भी लागू किया जाए।
- उन्होंने आरोप लगाया कि भू-माफिया प्रदेश की जमीनों और प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं, जिससे पर्यावरण और जंगलों को भारी नुकसान हो रहा है।
सांस्कृतिक तांडव कार्यक्रम का आयोजन
रैली में सांस्कृतिक दलों के माध्यम से तांडव कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। रैली में भाग लेने वालों ने उत्तराखंड की अस्मिता और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा की अपील की।
कम उपस्थिति और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
हालांकि, रैली में भीड़ अपेक्षा से कम रही, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी।
यूकेडी का सरकार पर आरोप
यूकेडी नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद आज उत्तराखंड में राजनीतिक उपेक्षा और भू-माफियाओं का बोलबाला है।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड क्रांति दल ने अपनी तांडव रैली के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की कि पर्वतीय क्षेत्रों की दुर्दशा को रोकने के लिए सशक्त भू-कानून और मूल निवास जैसी नीतियों का तत्काल लागू होना आवश्यक है।