उत्तराखंड

उत्तराखंड के चारधामों में भक्ति और आस्था का संगम, बड़े नामों ने किए दर्शन

A confluence of devotion and faith in the Char Dhams of Uttarakhand, big names visited

उत्तराखंड के चारधाम—केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री—इन दिनों भक्ति और आस्था के रंग में रंगे हैं। दीपावली से पहले देशभर से श्रद्धालु और कई नामी हस्तियां इन धामों में दर्शन करने पहुंच रही हैं। उद्योग जगत, फिल्म इंडस्ट्री, खेल और राजनीति से जुड़े बड़े नामों ने भी इस पवित्र यात्रा में हिस्सा लिया, जिससे देवभूमि का आध्यात्मिक वातावरण और भी आलोकित हो उठा है।


चारधाम यात्रा अंतिम चरण में

चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। परंपरा के अनुसार, 22 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट, जबकि 23 अक्टूबर को यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शीतकालीन बंदी के लिए बंद किए जाएंगे। उसी दिन भगवान केदारनाथ और माता यमुना की डोली अपने गद्दी स्थलों की ओर रवाना होगी। इसके कुछ दिनों बाद बदरीनाथ धाम के कपाट भी बंद हो जाएंगे। कपाट बंद होने से पहले श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है।


मुकेश अंबानी ने किया दर्शन और दिया दान

देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 10 अक्टूबर को उत्तराखंड पहुंचकर पहले केदारनाथ, फिर बदरीनाथ धाम में दर्शन किए। अंबानी परिवार ने मंदिर समिति को विशेष पूजा हेतु 10 करोड़ रुपये का दान दिया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा की गई चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए इसे एक अनुकरणीय उदाहरण बताया।


रजनीकांत की साधना और भक्ति

सुपरस्टार रजनीकांत ने इस यात्रा को एक आध्यात्मिक अनुभव के रूप में लिया। वे हिमालय के समीप स्थित ध्यान गुफा में साधना के बाद बदरीनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने कहा कि “उत्तराखंड की पवित्र भूमि व्यक्ति को आत्मिक शांति और ईश्वर के सानिध्य का अनुभव कराती है।”


खेल और सिनेमा जगत की मौजूदगी

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत और राहुल तेवतिया ने यमुनोत्री धाम में पूजा-अर्चना की। वहीं, सारा अली खान ने केदारनाथ में दर्शन किए और सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। राजनीतिक जगत से रेखा गुप्ता सहित कई नेताओं ने भी चारधाम के दर्शन किए और व्यवस्थाओं की सराहना की।


व्यवस्थाओं पर राज्य सरकार का फोकस

राज्य सरकार ने कपाट बंद होने से पहले सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। प्रशासन, पुलिस और बीकेटीसी की टीमें लगातार धामों में सक्रिय हैं। अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए यातायात, चिकित्सा और आवास संबंधी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया है।


भक्ति, सादगी और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

चारधाम यात्रा के इस चरण में श्रद्धालुओं की संख्या ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं। आम भक्तों से लेकर बड़े उद्योगपतियों, कलाकारों और खिलाड़ियों तक—सभी ने अपनी श्रद्धा से यह संदेश दिया है कि उत्तराखंड सचमुच देवभूमि है, जहाँ भक्ति, सादगी और एकता का सुंदर संगम दिखाई देता है।

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