
नई दिल्ली, 10 दिसंबर 2024: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के तहत पोस्ट ग्रेजुएट (PG) पाठ्यक्रमों के लिए एक नया करिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी किया है। इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा को आधुनिक और बहुआयामी बनाना है, ताकि छात्रों को बेहतर लर्निंग के अवसर और लचीलापन प्रदान किया जा सके।
लचीला PG कोर्स और इंटीग्रेटेड प्रोग्राम
नए फ्रेमवर्क के तहत तीन साल की ग्रेजुएशन पूरी करने वाले छात्र अब दो साल के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला ले सकेंगे, जबकि चार साल की ग्रेजुएशन पूरी करने वाले एक साल के PG कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, छात्रों के लिए पांच साल का इंटीग्रेटेड प्रोग्राम भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे उनकी शिक्षा यात्रा अधिक व्यवस्थित और समग्र हो सके।
ऑनलाइन कोर्स और बहु-विषयक शिक्षा का बढ़ावा
UGC ने ऑनलाइन कोर्स और मल्टी-डिसिप्लिनरी लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। छात्रों को एक साथ कई डिग्री कोर्स में पढ़ाई करने की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा, क्रेडिट आधारित प्रणाली के तहत, मुख्य विषय के लिए 50% क्रेडिट और शेष क्रेडिट कौशल विकास, ट्रेनिंग और अन्य विषयों से अर्जित किए जा सकेंगे।
PG कोर्स में दाखिले के लिए क्रेडिट आधारित योग्यता
एक साल के PG कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों के पास कम से कम 160 क्रेडिट के साथ चार साल की ग्रेजुएशन या ऑनर्स डिग्री होनी चाहिए। वहीं, दो साल के PG कोर्स में दाखिले के लिए तीन साल की ग्रेजुएशन (120 क्रेडिट) या चार साल की डिग्री (160 क्रेडिट) की आवश्यकता होगी।
NEP 2020 का उद्देश्य और प्रभाव
UGC का यह नया करिकुलम उच्च शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी, लचीला और उद्योग-केंद्रित बनाने का प्रयास है। यह बदलाव छात्रों को उनके करियर और शिक्षा में नई संभावनाओं की ओर प्रेरित करेगा। NEP 2020 के तहत यह कदम उच्च शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार की दिशा में एक मजबूत पहल है।