देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शेयर मार्केट ठगी के दो वांछित इनामी आरोपियों को आखिरकार दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी सगे भाई हैं, जिन पर 25 से 30 करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप है। ये दोनों आरोपी बीते तीन सालों से पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार अपनी लोकेशन और पहचान बदलते रहे थे।
शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर लाखों की ठगी
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने इस बड़े मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी जगदीश बोरा और कमलेश बोरा ने पिथौरागढ़ क्षेत्र के भोले-भाले लोगों को शेयर मार्केट में निवेश करने और बड़े मुनाफे का लालच देकर ठगा। साल 2019 से दोनों भाइयों ने करीब 40 से 50 लोगों से 25 से 30 करोड़ रुपए की ठगी की। जब भी निवेशक अपना पैसा वापस मांगते थे, तो दोनों बहाने बनाते हुए उन्हें और अधिक धनराशि लगाने के लिए उकसाते।
नैनीताल में जमीन के नाम पर भी ठगी
शेयर मार्केट के अलावा, दोनों भाइयों ने नैनीताल जिले के हल्द्वानी क्षेत्र में सस्ती जमीन दिलाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की। इस गैंग में उनके साथ 17 और व्यक्तियों का एक संगठित गिरोह शामिल था, जिसके खिलाफ पिथौरागढ़ के अलग-अलग थानों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं।
तीन साल की तलाश के बाद मिली कामयाबी
उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ पिछले तीन सालों से इस गिरोह की तलाश में लगी थी। एसटीएफ ने दो साल तक मैनुअली जानकारी जुटाई और कई राज्यों में छापेमारी की, लेकिन हर बार आरोपी बच निकलते थे। जगदीश बोरा पर 25,000 और कमलेश बोरा पर 10,000 रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
दिल्ली से हुई गिरफ्तारी
27 अक्टूबर को एसटीएफ ने दिल्ली क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ BUDS Act के तहत कोतवाली पिथौरागढ़ में केस दर्ज है। एसएसपी नवनीत भुल्लर ने कहा कि इस गिरफ्तारी से ठगी के शिकार हुए लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
यह कार्रवाई एसटीएफ की कड़ी मेहनत और सतर्कता का नतीजा है, जिसने राज्य के बाहर जाकर भी अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। अब पुलिस इनसे जुड़े अन्य मामलों की भी जांच कर रही है, ताकि सभी पीड़ितों को न्याय मिल सके।