उत्तराखंड

त्रियुगीनारायण बनेगा वैदिक टूरिज्म विलेज, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

Triyuginarayan will become a Vedic tourism village, tourism will get a new dimension

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने 22 जुलाई को पर्यटन निदेशालय देहरादून में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने त्रियुगीनारायण को “वैदिक टूरिज्म विलेज” के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह स्थल के रूप में प्रसिद्ध यह जगह आध्यात्मिक और पारंपरिक वैदिक शादियों का केंद्र बनेगा, जिससे राज्य में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी।

GMVN-KMVN का होगा एकीकरण, मंदिर माला मिशन को मिलेगी गति

समीक्षा बैठक में सतपाल महाराज ने गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) और कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) के एकीकरण की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही ‘केदारखंड मंदिर माला मिशन’ की मास्टर प्लानिंग को जल्द अंतिम रूप देने को कहा गया। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 16 मंदिरों के लिए 125.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 51.14 करोड़ की राशि जारी हो चुकी है।

चारधाम यात्रा और पर्यटन सुविधाओं में सुधार

मंत्री ने चारधाम यात्रा रूट पर साफ-सफाई, शौचालयों की स्थिति, वेस्टर्न टॉयलेट्स की स्थापना और पर्यटकों की सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कांवड़ यात्रा में अनुशासन बनाए रखने को जरूरी बताया और इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार से समन्वय की बात कही। वहीं पर्यटक आवास गृहों में ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने और अवैध होटलों पर कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया।

स्थानीय युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण और रोजगार

सतपाल महाराज ने बताया कि राज्य के विभिन्न ट्रैकिंग रूट्स और पर्यटन स्थलों पर स्थानीय युवाओं को कैंपिंग और गाइड ट्रेनिंग देने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही ‘वेड इन उत्तराखंड-2025’ परियोजना के अंतर्गत थानो, टिहरी, ऋषिकेश और त्रियुगीनारायण जैसे स्थलों पर इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्रचार की योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिससे डेस्टिनेशन वेडिंग को भी बढ़ावा मिलेगा।

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