
नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 1 अप्रैल 2025 से हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह वृद्धि पिछले एक साल में टोल दरों की दूसरी वृद्धि है, पहली बढ़ोतरी जून 2024 में की गई थी। इस बदलाव का असर उन यात्रियों पर पड़ेगा, जो इन प्रमुख मार्गों से यात्रा करते हैं।
कौन से मार्ग प्रभावित होंगे?
NHAI के अनुसार, लखनऊ हाईवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, पटना-बख्तियारपुर हाईवे, NH-9 और दिल्ली-जयपुर हाईवे जैसे प्रमुख मार्गों पर टोल दरों में बढ़ोतरी की गई है।
मार्गों पर टोल दरों में बढ़ोतरी
1. लखनऊ हाईवे
लखनऊ से गुजरने वाले प्रमुख हाईवे जैसे लखनऊ-कानपुर, अयोध्या, रायबरेली और बाराबंकी पर हल्के वाहनों को 5 से 10 रुपये की बढ़ोतरी का सामना करना पड़ेगा। वहीं, भारी वाहनों के लिए यह बढ़ोतरी 20 से 25 रुपये तक होगी।
2. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और NH-9
इन मार्गों पर यात्रियों को बढ़े हुए टोल टैक्स का भुगतान करना होगा।
- सराय काले खां से मेरठ जाने वाली कारों का टोल 165 से बढ़कर 170 रुपये हो जाएगा
- हल्के कमर्शियल वाहनों के लिए टोल 275 रुपये
- ट्रकों के लिए प्रति चक्कर 580 रुपये का भुगतान करना होगा
- NH-9 पर छिजारसी टोल प्लाजा पर कारों का टोल 170 से बढ़कर 175 रुपये, हल्के वाहनों के लिए 280 रुपये, और बसों और ट्रकों के लिए 590 रुपये
3. पटना-बख्तियारपुर हाईवे
पटना-बख्तियारपुर हाईवे के दीदारगंज टोल प्लाजा पर टोल में 3% की वृद्धि की गई है।
- हल्के वाहनों के लिए टोल 135 से बढ़कर 140 रुपये
- 24 घंटे के लिए टोल 200 की जगह 210 रुपये
- मासिक पास के लिए 4455 की जगह 4615 रुपये
- हल्के व्यवसायिक वाहनों के लिए टोल 210 रुपये, 24 घंटे के लिए 315 रुपये, और मासिक पास के लिए 7040 रुपये
- बस और ट्रकों के लिए टोल 425 रुपये, 24 घंटे के लिए 635 रुपये, और मासिक पास के लिए 14115 रुपये
4. अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर भी वृद्धि
- गाजियाबाद से मेरठ तक का टोल 70 से बढ़कर 75 रुपये हो जाएगा
- सात से अधिक एक्सेल वाले माल वाहक वाहनों पर 590 रुपये की बढ़ोतरी
यात्रियों और व्यापारियों पर असर
टोल दरों में इस बढ़ोतरी का सीधा असर यात्रियों और कमर्शियल वाहन चालकों पर पड़ेगा। परिवहन लागत में वृद्धि हो सकती है, जिससे सामान की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, NHAI का कहना है कि टोल टैक्स से प्राप्त राजस्व का उपयोग सड़क के रखरखाव और बेहतर बनाने में किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें।