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ऋषिकेश बनेगा राफ्टिंग का अंतरराष्ट्रीय केंद्र, केंद्र सरकार से 100 करोड़ का अनुदान तय

Rishikesh will become an international centre for rafting, a grant of Rs 100 crore has been decided by the central government

ऋषिकेश को अत्याधुनिक राफ्टिंग बेस स्टेशन के रूप में विकसित करने की तैयारी है। केंद्र सरकार ने 3,295 करोड़ रुपये का बजट देश के पर्यटन स्थलों के लिए जारी किया है, जिसमें ऋषिकेश को 100 करोड़ रुपये का हिस्सा जल्द मिलने की उम्मीद है।

हर साल 15 लाख पर्यटक करते हैं ऋषिकेश में राफ्टिंग

गंगा नदी की लहरों पर राफ्टिंग का आनंद लेने हर साल 15 लाख से ज्यादा पर्यटक ऋषिकेश पहुंचते हैं। इसमें 8-10% विदेशी पर्यटकों की भी हिस्सेदारी है। निजी ऑपरेटरों की मेहनत से विकसित यह क्षेत्र अब केंद्र सरकार की मदद से और ऊंचाई हासिल करेगा।

न्यूज़ीलैंड के क्वीन्सटाउन से मुकाबला करेगा ऋषिकेश

न्यूजीलैंड के क्वीन्सटाउन जैसा अंतरराष्ट्रीय स्तर का राफ्टिंग हब बनाने की योजना है। क्वीन्सटाउन की राफ्टिंग इकॉनमी 80 मिलियन डॉलर की है, जबकि ऋषिकेश का बाजार फिलहाल 18 मिलियन डॉलर का है।

प्रमुख राफ्टिंग स्पॉट्स और उनके शुल्क

गंगा नदी पर राफ्टिंग के मुख्य स्थानों में कोडियाला, मरीन ड्राइव, शिवपुरी और ब्रह्मपुरी शामिल हैं। यहां राफ्टिंग के लिए 600 से 2,000 रुपये प्रति व्यक्ति तक चार्ज किया जाता है। मानसून के अलावा यह सुविधा 1 सितंबर से 30 जून तक उपलब्ध रहती है।

सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है ऋषिकेश का राफ्टिंग बाजार

ऋषिकेश में राफ्टिंग के लिए ट्रैफिक, पार्किंग, शौचालय और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाओं की कमी सबसे बड़ी चुनौती है। नई योजनाओं में इन समस्याओं के समाधान पर जोर दिया जाएगा।

सुरक्षा प्राथमिकता: अंतरराष्ट्रीय मानकों पर होगा प्रशिक्षण

राफ्टिंग ऑपरेटरों और गाइड्स को वर्ल्ड राफ्टिंग फेडरेशन जैसे संगठनों के मानकों के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही सेफ्टी इक्विपमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

गंगा राफ्टिंग प्रबंधन और सरकारी नियमावली

गंगा नदी में करीब 250 ऑपरेटर 1,000 राफ्ट का संचालन करते हैं। राज्य में रिवर राफ्टिंग और कयाकिंग नियमावली 2014 लागू है, लेकिन कर्मचारियों की कमी और प्रशासनिक समस्याएं इसकी गति को प्रभावित कर रही हैं।

क्या ऋषिकेश बनेगा दुनिया की पहली पसंद?

बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित राफ्टिंग का भरोसा मिलने पर ऋषिकेश न्यूजीलैंड के क्वीन्सटाउन को टक्कर दे सकता है। यह न केवल स्थानीय बाजार को बढ़ाएगा बल्कि ऋषिकेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर शीर्ष स्थान दिला सकता है।

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