महा शिवरात्रि पर तय होगी केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि
The date of opening of Kedarnath Dham will be decided on Maha Shivratri

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जल्द ही भक्तों के लिए फिर से खुलने वाला है। आज महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर कपाट खुलने की तिथि की आधिकारिक घोषणा होगी। इस दौरान भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न की जा रही है।
आज घोषित होगी कपाट खुलने की तिथि
वर्तमान में केदारनाथ धाम बर्फ की सफेद चादर में लिपटा हुआ है। 6 महीने की शीतकालीन अवधि के बाद जल्द ही कपाट खुलेंगे, जिससे एक बार फिर भक्तों की आस्था से मंदिर प्रांगण गूंज उठेगा। कपाट खुलने की घोषणा आज केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग और विद्वान आचार्यों की मौजूदगी में की जाएगी। साथ ही, भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के प्रस्थान की तिथि भी तय की जाएगी।
6 महीने नर, 6 महीने देवता करते हैं पूजा
पौराणिक मान्यता के अनुसार, केदारनाथ धाम में ग्रीष्मकाल (6 महीने) में मानव भक्त पूजा करते हैं, जबकि शीतकाल (6 महीने) में देवता स्वयं भगवान केदार की आराधना करते हैं। शीतकाल में जब केदारनाथ के कपाट बंद होते हैं, तब भगवान केदारनाथ की पूजा ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में की जाती है।
पांडवों और सतयुग से जुड़ी पौराणिक मान्यताएं
मान्यता है कि द्वापर युग में पांडव अपने गोत्र हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए केदारनाथ पहुंचे थे, जहां भगवान शिव ने उन्हें महिष रूप में दर्शन दिए थे। इसी स्थान पर पांडवों ने भगवान शिव की केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के रूप में स्थापना की।
इसके अलावा, यह भी कहा जाता है कि सतयुग में नर और नारायण ने केदारनाथ में तपस्या की थी, जिससे यह स्थान और भी पावन बन गया। मंदाकिनी नदी का उद्गम स्थल भी यहीं स्थित है।
जल्द ही भक्तों के लिए खुलेगा धाम
हर साल अप्रैल-मई महीने में केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाते हैं, जबकि भैया दूज के अवसर पर दीपावली के बाद कपाट बंद कर दिए जाते हैं। अब, महा शिवरात्रि पर इसकी तिथि की घोषणा के बाद, भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।