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दिल्ली अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे पर अब बस ने अपने समय से ज्यादा यात्री का इंतजार किया तो देना पड़ेगा आर्थिक दंड

दिल्ली के बस अड्डों पर बसों का नया बंटवारा, अलग-अलग राज्यों के लिए तीन स्थानों से चलेंगी बसें

नई दिल्ली: दिल्ली के तीनों प्रमुख बस अड्डों पर बसों के रुकने की अधिकतम समय सीमा निर्धारित करने और उससे ज्यादा देर रुकने पर एक्स्ट्रा फीस लेने का आदेश लागू होने के बाद परिवहन विभाग एक और सुधारात्मक कदम उठाने जा रहा है। दिल्ली से चलने वाली ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की प्राइवेट बसें सवारियां लेकर आगे किस राज्य में जा रही हैं, इस आधार पर यह तय होगा कि वो बसें दिल्ली के किस बस अड्डे से ऑपरेट होंगी। इसके लिए ट्रांसपोर्ट विभाग अगले हफ्ते तक नए दिशानिर्देश जारी करने जा रहा है।

दिल्ली में ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की प्राइवेट बसें अब उनके गंतव्य राज्यों के आधार पर विभिन्न बस अड्डों से ऑपरेट होंगी। यूपी, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड जाने वाली बसें आनंद विहार बस अड्डे से चलेंगी। राजस्थान और मध्य प्रदेश जाने वाली बसें सराय काले खां से चलेंगी। कश्मीरी गेट बस अड्डे पर बढ़ गया था काफी दबाव

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जबसे दिल्ली में बस अड्डों से इतर रास्ते में अन्य जगहों से सवारियां पिक करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है और नियम तोड़ने वाली प्राइवेट बसों को जब्त किया जा रहा है, तबसे कश्मीरी गेट बस अड्डे पर बसों का दबाव काफी बढ़ गया है। यह देखने में आ रहा है कि ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली ज्यादातर बसें कश्मीरी गेट बस अड्डे से ही चल रही हैं। करीब 600 प्राइवेट बसों की तादाद ट्रेनों की तरह किया जाएगा

अब ट्रेनों की तरह ही किया जाएगा ऑपरेट

बसों को ऑपरेटअधिकारियों का कहना है कि जिस तरह रेलवे ने अलग-अलग राज्यों में जाने वाली ट्रेनों को अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर डिस्ट्रिब्यूट किया हुआ है, उसी तरह से बसों का डिस्ट्रिब्यूशन होने से तीनों बस अड्डों की जगह का अधिकतम उपयोग हो सकेगा और कश्मीरी गेट बस अड्डे पर दबाव कम होगा। इससे यात्रियों में भी कन्फ्यूजन दूर होगा और उन्हें पता रहेगा कि किस जगह जाने के लिए बस कहां से मिलेगी। शहर के अंदर कम बसें आएंगी, जिससे ट्रैफिक कंजेशन और प्रदूषण भी कम होगा। बस यात्रियों को इस बारे में जागरूक करने के लिए पब्लिक नोटिस निकाला जाएगा

  अड्डों पर अनाउंसमेंट की व्यवस्था भी की जाएगी।

अधिकारियों के मुताबिक, देखने में आया है कि पहले कश्मीरी गेट बस अड्डे से प्रतिदिन करीब 100-150 प्राइवेट बसें ही चला करती थीं, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़कर 600 के आस-पास हो गई है। इसके उलट आनंद विहार और सराय काले खां बस अड्डे पर स्थिति पहले के समान ही है और वहां बसों की तादाद में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है। कश्मीरी गेट पर बसों का दबाव बढ़ने की वजह से सारा सिस्टम अनियंत्रित हो गया है और स्थिति सुधरने के बजाय खराब होती जा रही है। इसे देखते हुए परिवहन विभाग जल्द नए डायरेक्शंस जारी करने जा रहा है,

डेस्टिनेशन के आधार पर उनका डिस्ट्रिब्यूशन अलग-अलग बस अड्डों पर किया जाएगा।

इसके चलते बस अड्डे में कंजेशन बढ़ रहा है और पीक टाइम में यहां आ रही बसों को बस वे मिलने में ज्यादा समय लग रहा है, जिसके चलते बस ऑपरेटरों को अतिरिक्त चार्ज देना पड़ रहा है और उनके हजारों रुपये स्टैंड फीस देने में खर्च हो रहे हैं।अब आनंद विहार बस अड्डे से किया जाएगा ऑपरेट

अधिकारिक सूत्रों से पता चला है कि यूपी, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड जाने के लिए ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की सभी बसों को जल्द ही आनंद विहार बस अड्डे से ऑपरेट किया जाएगा। वहीं, राजस्थान और मध्य प्रदेश की तरफ जाने वाली बसों को सराय काले खां बस अड्डे से चलाया जाएगा। कश्मीरी गेट बस अड्डे से केवल उन्हीं प्राइवेट बसों को ऑपरेट करने की इजाजत दी जाएगी, जो हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जाएंगी।

दिल्ली इंटरस्टेट बस ऑपरेटर्स संघ ने पिछले महीने एलजी को पत्र लिखकर इस बारे में शिकायत भी की थी कि बस अड्डे पर वेटिंग टाइम बढ़ गया है, जिसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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