
देहरादून: उत्तराखंड की प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा के शुरू होने में अब महज कुछ ही दिन शेष हैं, और इसी के साथ बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। यात्रा से पहले मंदिर परिसरों की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण और अन्य व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के लिए अग्रिम दलों को धामों की ओर रवाना किया जा रहा है। इस बार समिति ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर परिसरों में किसी भी दुकान लगाने की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है।
व्यवस्थाओं को समय पर दुरुस्त करने पर जोर
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से प्रारंभ होने जा रही है। मौसम की अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए बीकेटीसी ने पहले ही चरण में मंदिरों से जुड़े विश्रामगृहों, कार्यालयों, पूजा काउंटरों, दर्शन व्यवस्था, विद्युत, पेयजल, संचार एवं साफ-सफाई कार्यों को प्राथमिकता दी है। इन कार्यों के लिए बदरीनाथ धाम में बीकेटीसी का 30 सदस्यीय अग्रिम दल पहले ही 7 अप्रैल को पहुंच चुका है, जिसमें 15 कर्मचारी और 15 श्रमिक शामिल हैं। यह दल धाम परिसर में यात्रियों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे रहा है।
केदारनाथ धाम के लिए भी रवाना हुआ अग्रिम दल
10 अप्रैल के बाद बीकेटीसी का अगला दल केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो चुका है, जो ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से अपनी यात्रा की शुरुआत करता है। इस दल को भी धाम परिसर में साफ-सफाई और व्यवस्थाओं की निगरानी का कार्य सौंपा गया है।
मंदिर परिसर में नहीं लगेंगी दुकानें
बीकेटीसी के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि इस बार मंदिर परिसरों में दुकानों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। पिछले साल अत्यधिक भीड़ और दुकानों की वजह से काफी अव्यवस्थाएं देखने को मिली थीं, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा हुई। इस निर्णय से भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा में सहायता मिलेगी।
फूलों से सजेगा बाबा का दरबार
धामों को सजाने की तैयारी भी जोरों पर है। इस बार केदारनाथ मंदिर को 12 से 15 क्विंटल और बदरीनाथ मंदिर को 10 से 11 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक भव्य दृश्य का अनुभव हो सकेगा।
इस तरह की व्यापक तैयारियों के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा को पहले से अधिक सुव्यवस्थित और श्रद्धालु-हितैषी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।