
देहरादून: शहर में लगातार यातायात जाम की समस्या को देखते हुए अब ट्रैफिक पुलिस ने नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। शहर के विभिन्न इलाकों में वाहनों की बढ़ती संख्या और ट्रैफिक के दबाव को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने क्रेनों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। अब नो पार्किंग में खड़े वाहनों को टो करने के लिए 21 क्रेनों का संचालन किया जाएगा, जो अभी केवल 9 क्रेनों से किया जा रहा है।
क्रेनों की संख्या में इजाफा
अब तक शहर के प्रमुख क्षेत्रों जैसे ऋषिकेश, मसूरी, घंटाघर, आईएसबीटी, बल्लूपुर, सहस्त्रधारा और आईटी पार्क में ही क्रेन सेवा उपलब्ध थी। अब ट्रैफिक पुलिस ने शहर के कई अन्य इलाकों में भी क्रेनों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। इस कदम से मुख्य मार्गों के साथ-साथ कनेक्टिंग रूटों पर भी नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
चिन्हित रूट और क्रेन वितरण
नए प्लान के तहत, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में क्रेनों की तैनाती होगी। ऋषिकेश, मसूरी, घंटाघर और आईएसबीटी से लेकर बल्लूपुर और सहस्त्रधारा तक सभी प्रमुख रूटों पर इन क्रेनों को लगाया जाएगा। इन क्षेत्रों में अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या सामने आती है, खासकर नो पार्किंग जोन में अनाधिकृत वाहनों के खड़े होने के कारण।
सख्त कार्रवाई की योजना
ट्रैफिक पुलिस ने नो पार्किंग में खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है, जिसके तहत अनुमति मिलने के बाद तुरंत 21 क्रेनें ऑपरेशन में लाई जाएंगी। इसके अलावा, दोपहिया वाहनों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि सड़कों पर ट्रैफिक को सुचारू रखा जा सके।
8 महीने में हजारों का चालान
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पिछले 8 महीनों में पुलिस ने रैश ड्राइविंग, गलत दिशा में गाड़ी चलाने, ओवरस्पीडिंग और प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करने वाले हजारों वाहन चालकों के खिलाफ चालान किया है। अब नई क्रेनों के संचालन से यह कार्रवाई और प्रभावी होगी और शहर में यातायात की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक को व्यवस्थित करना और नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों से उत्पन्न होने वाले जाम को रोकना है।