
देहरादून: वसंत विहार क्षेत्र में पुलिस ने हत्या की आशंका पर एक गर्भवती महिला का शव कब्र से बाहर निकाला। 25 सितंबर को मजिस्ट्रेट की निगरानी में और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के शरीर पर कोई गहरे चोट के निशान नहीं मिले। हालांकि, स्थिति स्पष्ट न होने के कारण बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। इसके बाद शव को पुनः दफना दिया गया है।
क्या था मामला?
बिजनौर निवासी मुमताज ने पुलिस में अपनी बेटी फराह की संदिग्ध मौत के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। फराह की शादी 2011 में कांवली गांव के सलीम के साथ हुई थी, जो सऊदी अरब में काम करता था। फराह के परिवार ने आरोप लगाया कि सलीम और उसके ससुरालवाले उसे लगातार मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
18 सितंबर की रात फराह के ससुराल वालों ने दिल्ली में फराह के रिश्तेदारों को सूचना दी कि उसने आत्महत्या कर ली है। लेकिन, फराह के परिजनों को शक हुआ कि उसकी मौत स्वाभाविक नहीं थी। शव के स्नान के दौरान महिलाओं ने फराह के गले पर घोंटने के निशान देखे, जिससे परिवार को शक हुआ कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है।
गर्भवती थी फराह, ससुराल वालों पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
फराह के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि वह गर्भवती थी, जिसके चलते उसके साथ उसका अजन्मा बच्चा भी मारा गया। इस पर फराह के ससुराल के सदस्यों – ससुर जरीफ, सास शहनाज, देवर शोएब और शाहरुख के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शव के पोस्टमार्टम के आदेश दिए।
पति ने सभी आरोपों को बताया निराधार
फराह के पति सलीम ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की थी और उनके रिश्ते अच्छे थे। सलीम ने कहा कि वह पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेंगे और यदि कोई संदेह था तो पहले ही पोस्टमार्टम कराया जाना चाहिए था।
फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, और फराह की मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।