देहरादून: मेजर जनरल मनोज तिवारी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुलाकात, अग्निपथ योजना को लेकर चर्चा
Dehradun: Major General Manoj Tiwari and Chief Minister Pushkar Singh Dhami met, discussed about Agnipath scheme

उत्तराखंड के 4500 युवाओं का चयन, नए कैंपों से भर्ती प्रक्रिया को सुलभ बनाने की योजना
देहरादून: उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के जोनल भर्ती अधिकारी, मेजर जनरल मनोज तिवारी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने अग्निपथ योजना को लेकर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस योजना की सराहना करते हुए राज्य के युवाओं को इसके तहत अधिक से अधिक अवसर देने के लिए सरकार की ओर से हर संभव सहयोग की बात कही।
अग्निपथ योजना के अंतर्गत भर्ती के नए अवसर
मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात में मेजर जनरल तिवारी ने बताया कि अब तक उत्तराखंड से 4500 युवाओं का चयन अग्निपथ योजना के तहत हुआ है। इसके अलावा, राज्य में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी। राज्य सरकार के सहयोग से विशेष भर्ती कैंप आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इस योजना का लाभ मिल सके।
मेजर जनरल तिवारी ने बताया कि आगामी भर्ती प्रक्रिया में युवाओं के लिए विशेष मार्गदर्शन और सहायता की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे सही तरीके से भर्ती प्रक्रिया में भाग ले सकें।
मुख्यमंत्री का आभार और समर्थन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड का सैनिकों से पुराना नाता है और राज्य सरकार हमेशा सेना के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने मेजर जनरल तिवारी से बातचीत करते हुए कहा, “हमारी सरकार अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को बेहतर अवसर देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हम इस योजना की सफलता में पूर्ण सहयोग देंगे।”
उत्तराखंड: सैनिकों की भूमि
उत्तराखंड को सैनिकों की भूमि माना जाता है। राज्य में 72,000 से अधिक युवा भारतीय सेना में कार्यरत हैं और 1,69,519 पूर्व सैनिकों की संख्या है। राज्य का सैन्य इतिहास गौरवमयी है, जिसमें कारगिल युद्ध में राज्य के सैनिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस युद्ध में उत्तराखंड के 75 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जो राज्य के वीरता के प्रतीक बने हुए हैं।
भविष्य की भर्ती प्रक्रिया और योजनाएं
मेजर जनरल तिवारी ने बताया कि आगामी भर्ती प्रक्रिया में राज्य भर में विशेष कैंप लगाए जाएंगे। इन कैंपों के माध्यम से युवाओं को भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी और उन्हें इस योजना का पूरा लाभ मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने इन कैंपों के आयोजन के लिए सरकार की पूरी सहमति दी और कहा कि इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठाएगी।
निष्कर्ष
उत्तराखंड के लिए अग्निपथ योजना एक बड़ी सौगात साबित हो सकती है। राज्य में सैनिकों की परंपरा को ध्यान में रखते हुए इस योजना के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती किया जा सकता है। सरकार और सेना मिलकर इस योजना को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।