पंचायत चुनाव में मतदान के बाद सीएम धामी ने दिखाया जनसंपर्क का सरल अंदाज़, खुद भूना भुट्टा
After voting in Panchayat elections, CM Dhami showed simple style of public relations, roasted corn himself

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में उधम सिंह नगर के खटीमा पहुंचकर मतदान किया। उन्होंने अपनी माता बिसना देवी के साथ अपने पैतृक गांव नगर तराई में मतदान केंद्र पहुंचकर लोकतांत्रिक दायित्व निभाया। मुख्यमंत्री का यह पारिवारिक और लोकतांत्रिक जुड़ाव एक प्रेरणास्रोत के रूप में सामने आया।
बाबा भारामाल मंदिर में की पूजा, प्रदेशवासियों के लिए मांगी सुख-समृद्धि
मतदान के पश्चात सीएम धामी सुरई वन रेंज के घने जंगलों के बीच स्थित प्रसिद्ध बाबा भारामाल मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली, शांति और समृद्धि के लिए बाबा से आशीर्वाद मांगा। यह मंदिर क्षेत्र में आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है, जहां मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने स्थानीय लोगों में उत्साह भर दिया।
भुट्टा भूनते दिखे मुख्यमंत्री, आमजन से जुड़ाव का सरल संदेश
पूजा-अर्चना के बाद जब सीएम धामी खटीमा बाजार से गुजर रहे थे, तो उन्होंने अचानक अपने काफिले को रुकवाया और एक भुट्टे की दुकान पर जा पहुंचे। यहां उन्होंने खुद भुट्टा भूना और एक महिला को अपने हाथ से भुट्टा भी दिया। बाद में खुद भी सड़क किनारे खड़े होकर भूना भुट्टा खाया। उनका यह सादा और सहज अंदाज एक बार फिर चर्चा का विषय बना।
सरलता और जनता से जुड़ाव बनाता है उन्हें खास
मुख्यमंत्री धामी का यह अंदाज़ नया नहीं है। इससे पहले भी उन्हें सड़क किनारे चाय बनाते, मूंगफली खाते या स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेते देखा गया है। 2022 में खटीमा के एक रेस्टोरेंट में खस्ता कचौड़ी और दही-जलेबी का आनंद लेने से लेकर 2024 में नैनीताल में मॉर्निंग वॉक के दौरान चाय परोसने तक, उन्होंने कई बार साबित किया है कि वह जमीन से जुड़े नेता हैं।
जनता से संवाद का यह तरीका बना पहचान
धामी का यह व्यवहार उन्हें आम लोगों के और करीब लाता है। वह राजनीति में एक ऐसा चेहरा हैं, जो सत्ता के साथ-साथ सादगी को भी साथ लेकर चलते हैं। खटीमा दौरे के दौरान सड़क किनारे भुट्टा भूनने की यह तस्वीर फिर से यह दिखाती है कि मुख्यमंत्री जनता के बीच से हैं और उनके बीच ही रहना पसंद करते हैं।