“(HRTC Bus) में राहुल गांधी पर चल रहे वीडियो डिबेट में चालक परिचालक को नोटिस”
हिमाचल प्रदेश में सरकार के नए आदेश पर सरकार की किरकिरी

Shimla Hrtc Bus News;(HRTC )बस में राहुल गांधी पर चले VIDEO मामले की हुई जांच, रिपोर्ट में क्या मिला? ड्राइवर-कंडक्टर को मिला था नोटिस , हिमाचल प्रदेश में सरकार के नए नए आदेशों पर किरकिरी हो रही है। अब सरकार ने ड्राइवर कंडक्टर को नोटिस जारी किया था, जिस पर खासी आलोचना हुई है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बस (HRTC Bus) में चल रहे एक वीडियो में डिबेट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चर्चा हो रही थी। इस मामले में हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने बस ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस भेजा था और अब विभाग ने जांच पूरी कर ली है। एचआरटीसी विभाग ने पूरे मामले में ड्राइवर-कंडक्टर को क्लीट चिट दे दी है और कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था. मामले की जांच में कोई ठोस सुबूत नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि ड्राइवर-कंडक्टर को नोटिस देने पर सरकार की खासी आलोचना हो रही थी। शुक्रवार देर शाम को एचआरटीसी की तरफ से सफाई जारी की गई. शिमला के ढली के डिपो के सब डीवीजन मैनेजर ने एक नोट जारी किया और बताया कि शिकायत के बाद ड्राइवर कंडक्टर को नोटिस दिया गया था।
अब जांच के बाद इस नोटिस को रद्द कर दिया गया है। जांच और ड्राइवर कंडक्टर ने अपने जवाब में लिखा है कि ऐसा कोई वाक्या हमारी बस में नहीं हुआ था. उधर, शिकायतकर्ता की ओर से भी ऐसा कोई भी सुबूत शिकायत के साथ नहीं सौंपा गया था, जिसकी वजह से कंडक्टर और ड्राइवर पर एक्शन लिया जा सके। इस पूरे मामले पर जब रोहन ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने अपने रिप्लाई में लिखा कि एचआरटीसी की तरफ से नोटिस वापस नहीं लिया गया है और एन्क्वायरी खत्म कर दी गई है. वह कहते हैं कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि इस मामले में नोटिस को और बेहतर तरीके से लिखा जा सकता था।
क्या है मामला
5 नवंबर का यह मामला था. शिमला के संजौली रूट पर एक बस जा रही थी. इस दौरान बस में कोई शख्स वीडियो देख रहा था और उस वीडियो में डिबेट चल रही थी। वीडियो में आचार्य प्रमोद बात कर रहे थे और राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बर्नजी पर कोई चर्चा हो रही थी। इसी की शिकायत बस में सवार सैम्युल प्रकाश नाम के एक शख्स ने हिमाचल सरकार के अवर सचिव से कर डाली. उन्होंने शिकायत एचआरटीसी को भेजी और एचआरटीसी ने ड्राइवर कंडक्टर को नोटिस जारी कर दिया और पूछा कि आपने यह सब क्यों नहीं रोका. संजौली के नवबहार शख्स की शिकायत के बाद आधिकारिक तौर पर नोटिस जारी हुआ और फिर यह नोटिस वायरल हो गया. 25 दिसंबर को नोटिस जारी हुआ था और तीन दिन में जवाब मांगा गया था।