
देश में आज से शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत हो रही है और इसके साथ ही पहला देशव्यापी “जीएसटी बचत उत्सव” भी शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के नाम अपने संबोधन में इसका ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि 22 सितंबर से पूरे देश में जीएसटी रिफॉर्म्स लागू होंगे। इस कदम से रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले कई सामानों के रेट कम हुए हैं, जबकि कुछ वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि भी देखी गई।
खाने-पीने के सामान पर जीएसटी दरों में बड़ी राहत
जीएसटी रिफॉर्म्स के तहत कई आवश्यक वस्तुओं पर जीरो या कम दर लागू की गई है। वनस्पति तेल, मक्खन, घी, मांस, मछली, फूड प्रॉडक्ट और डेयरी उत्पादों पर पहले 12-18 फीसदी जीएसटी लगता था, अब केवल 5 फीसदी है। पिज्जा ब्रेड, खाखरा, रोटी और चपाती जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुएं अब जीरो जीएसटी में आ गई हैं। इसके अलावा चीनी, सोया दूध, जूस, नारियल पानी, बिस्किट और मेवे पर भी दर घटाई गई है।
दैनिक उपयोग, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि उपकरण पर असर
हैरत की बात यह है कि दैनिक इस्तेमाल के सामान जैसे टूथपेस्ट, हेयर ऑयल, टॉयलेट सोप, लोशन और सिलाई मशीनें 18 और 12 फीसदी से घटकर 5 फीसदी या जीरो जीएसटी पर आ गई हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे एयर कंडीशनर, टीवी, मॉनिटर और वॉशिंग मशीनें 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी पर आ गई हैं। कृषि उपकरण जैसे ट्रैक्टर, पंप, स्प्रिंकलर और जैव-कीटनाशक पर भी जीएसटी 5 फीसदी कर दी गई है, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य, ऑटो और अन्य सेक्टर्स में बदलाव
हेल्थ सेक्टर में हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर जीरो जीएसटी लागू हुआ है। थर्मामीटर, डायग्नोस्टिक किट, ग्लूकोज मॉनिटर और ऑक्सीजन जैसे उपकरणों की दर 5 फीसदी कर दी गई है। ऑटो सेक्टर में छोटी कार, मोटरसाइकिल और तिपहिया वाहनों पर जीएसटी 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी हो गई है। बड़ी कार और SUV की दर भी 50 फीसदी से घटकर 40 फीसदी हुई है। वहीं तंबाकू उत्पाद और कुछ शराब व जुआ संबंधित सेवाओं पर दरें बढ़ी हैं, जैसे सिगरेट और कार्बोनेटेड पेय 28 फीसदी से 40 फीसदी हो गए।
कपड़े, निर्माण और सेवा सेक्टर में राहत
कपड़ों, रेडीमेड और सिंथेटिक धागों पर जीएसटी 12-18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है। भवन निर्माण से संबंधित सामग्री जैसे टाइल्स, ईंटें और पत्थर अब 12 फीसदी जीएसटी में आ गए हैं। होटल, ब्यूटी पार्लर, मूवी टिकट और छपाई जैसे सेवाओं पर भी जीएसटी दरें कम की गई हैं, जिससे आम जनता को रोजमर्रा की जरूरतों में राहत मिलेगी।
जीएसटी रिफॉर्म्स से आम आदमी और उद्योगों को फायदा
इस रिफॉर्म के तहत अब पूरे देश में केवल 5 और 18 फीसदी स्लैब ही लागू होंगे। इससे टैक्स प्रणाली सरल और पारदर्शी होगी। आम उपभोक्ता दैनिक उपयोग के सामान सस्ते में खरीद पाएंगे, वहीं उद्योगों और व्यापारियों को संचालन में आसानी होगी। सरकार का दावा है कि यह कदम नवरात्रि उत्सव के साथ देशभर में आर्थिक बचत और प्रोत्साहन का संदेश देगा।