
पौड़ी: उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) की ‘संस्कृति बचाओ यात्रा’ पौड़ी पहुंच गई है। इससे पहले देवप्रयाग में बदरीनाथ धाम तीर्थ पुरोहित समाज से लिव-इन रिलेशनशिप कानून के खिलाफ आगे आने का आह्वान किया गया। उक्रांद नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार समान नागरिक संहिता (UCC) लागू कर देवभूमि की संस्कृति के साथ खिलवाड़ कर रही है।
लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर सरकार पर निशाना
यात्रा संयोजक राजेंद्र बिष्ट ने पौड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप को बढ़ावा देकर सरकार पाश्चात्य संस्कृति को देवभूमि पर थोपना चाहती है। उन्होंने सरकार के उस फैसले की भी आलोचना की, जिसमें एक वर्ष उत्तराखंड में निवास करने वाले व्यक्ति को स्थायी निवासी घोषित करने की बात कही गई है। बिष्ट के अनुसार, यह कानून राज्य के युवाओं के साथ धोखा है क्योंकि इससे बाहरी लोग सरकारी नौकरियों में हिस्सेदारी हासिल कर लेंगे।
‘देवभूमि की संस्कृति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा’
राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप कानून से समाज की पारंपरिक मर्यादाएं समाप्त हो जाएंगी और यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से इस कानून के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
गंगा नदी किनारे हो रहे अवैध निर्माणों पर जताई चिंता
इस दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय प्रवक्ता आशुतोष नेगी ने गंगा नदी के किनारे हो रहे अवैध निर्माणों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि होटल और रिजॉर्ट्स की अवैध गतिविधियां गंगा नदी को प्रदूषित कर रही हैं। उन्होंने मांग की कि गंगा के 200 मीटर के दायरे में बने अवैध निर्माणों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
‘अगर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन’
उक्रांद ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि अवैध निर्माणों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो दल सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगा। पार्टी का कहना है कि देवभूमि की संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।