
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में काम के दबाव और तनाव के कारण लोग अक्सर थकान से जूझ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि थकान का कारण केवल अधिक काम ही नहीं, बल्कि शरीर में जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी भी हो सकता है। पोषक तत्वों की यह कमी न सिर्फ ऊर्जा की कमी का कारण बनती है, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म दे सकती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर गिरता है, जो सभी अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति में रुकावट पैदा करता है। इसका परिणाम है कि व्यक्ति को हर वक्त थकान, चक्कर आना और सुस्ती महसूस होती है। इस कमी को दूर करने के लिए आहार में हरी सब्जियां, मांस और अंडे को शामिल करना चाहिए।
वहीं, विटामिन डी की कमी से शरीर में कैल्शियम का अवशोषण प्रभावित होता है, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। विटामिन डी के लिए पैटी फिश, अंडे और नियमित रूप से धूप लेना आवश्यक है।
इसके अलावा, विटामिन बी12 की कमी से रक्त वाहिकाओं और कोशिकाओं पर असर पड़ता है, जिससे व्यक्ति को सिरदर्द और थकान की शिकायत हो सकती है। विटामिन बी9 या फोलेट की कमी से भी नई कोशिकाओं का निर्माण बाधित होता है, जिससे अवसाद, तनाव और ध्यान की कमी जैसे लक्षण प्रकट होते हैं। पत्तेदार सब्जियां, फल और साबुत अनाज का सेवन इस कमी को पूरा कर सकता है।
मैग्नीशियम की कमी भी थकान का एक प्रमुख कारण है, जो मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र को कमजोर बनाती है। नट्स, बीज और साबुत अनाज के सेवन से इस कमी को पूरा किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा कर लिया जाए, तो थकान और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।