शामली शुगर मिल द्वारा बकाया भुगतान न देने से परेशान ,किसान ने अपना गला रेत कर किया आत्महत्या का प्रयास
परिवार में बुजुर्ग बीमार और बच्चे स्कूल की फ़ीस के लिए परेशान हैं।
शामली /उत्तर प्रदेश : पिछले 21 दिन से शामली शुगर मिल में सम्पूर्ण बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसानों का धरना चला हुआ है। बृहस्पतिवार को भी धरना चला हुआ था। शाम करीब 5 पांच बजे एसडीएम हामिद हुसैन, सीओ श्याम वीर सिंह धरनास्थल पर वार्ता करने के लिए पहुंचे। किसानों से धरना उठाने की मांग की मगर किसानों ने सम्पूर्ण बकाया भुगतान नहीं होने तक धरना खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। शामली जिले की शुगर मिल में स्थानीय किसान अपने बकाया गन्ना भुगतान को लेकर पिछले कई हफ्तों से मिल पर आंदोलनरत हैं। किसानों के इस धरने में आज शाम एक किसान ने ब्लेड से अपना गला रेत कर आत्महत्या की कोशिश की। धरना प्रदर्शन में जद्दोजहद के बाद अन्य किसानों ने उसे बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया है। किसान का कहना है कि पैसे की कमी की वजह से उसको बडी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है परिवार में बुजुर्ग बीमार और बच्चे स्कूल की फ़ीस के लिए परेशान हैं।
इन किसानों के साथ कैसी राजनीति हो रही है। शामली क्षेत्र में जहां गन्ने की फसल उगाने वाले किसान अपनी फसल के बकाया भुगतान के लिए परेशान है, दोनों अधिकारी किसानों से वार्ता करने के बाद बाहर निकले ही थे कि अचानक ही धरने में मौजूद किसान विक्रम सिंह खड़ा हुआ और ब्लेड से गर्दन एक के बाद एक कई वार कर आत्महत्या की कोशिश की। कहा कि मिल प्रशासन उसे रुपये नहीं दे रहा है, इसलिए उसे अब नहीं जीना है। जिससे धरने में मौजूद किसानों में खलबली मच गई। मामले की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घायल को सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहीं दूसरी ओर सियासत में वोट और नोट की फसल उगाने वाले सरकार में शामिल राजनीतिक किसान सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त है। किसानों के हितकारी और हितैषी बनने वाले सियासी किसान जो कह कर गए थे कि हम किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए सरकार के साथ जा रहे हैं और यहां किसान बेहाल और हलकान है।