उत्तराखंड

नेपाल के जन-जेड आंदोलन के बीच उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी

Security tightened on Uttarakhand-Nepal border amid Nepal's Gen-Z movement

खटीमा: नेपाल में बढ़ रहे जन-जेड आंदोलन के असर से उत्तराखंड की सीमांत सुरक्षा सतर्क हो गई है। कुमाऊं रीजन की आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बुधवार शाम खटीमा से लगी भारत-नेपाल सीमा का एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दौरा कर हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सीमा के पास बसे मेलाघाट क्षेत्र के लोगों से जनसंवाद किया और उन्हें सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करने की अपील की।

नेपाल की स्थिति पर प्रशासन की सतर्कता

नेपाल के काठमांडू से शुरू हुआ आंदोलन महेंद्रनगर, कंचनपुर तक फैल चुका है, जो उत्तराखंड की सीमांत जिलों के बेहद नजदीक है। इस कारण राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस, एसएसबी और प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके बाद कुमाऊं पुलिस और एसएसबी ने सीमा पर विशेष निगरानी और पेट्रोलिंग शुरू कर दी।

स्थानीय जनता से सहयोग की अपील

आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि सीमा सुरक्षा केवल एजेंसियों का काम नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने लोगों से कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या देश विरोधी तत्वों की जानकारी तुरंत सुरक्षा एजेंसियों तक पहुंचाएं। उन्होंने सीमांत सुरक्षा बढ़ाने के लिए नियमित पेट्रोलिंग और हर आने-जाने वाले पर निगरानी रखने के निर्देश दिए।

एसएसबी की चौकसी और गश्त

57 वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट मनोहर लाल ने बताया कि नेपाल की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इंडो-नेपाल सीमा पर सुरक्षा पहले से और मजबूत कर दी गई है। एसएसबी की टीमें लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं और संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि नेपाल में हालात सामान्य होने तक सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।

सीमा पर स्थिति और तैयारी

फिलहाल खटीमा और सीमांत क्षेत्र शांत हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पुलिस, एसएसबी और वन विभाग की संयुक्त टीम लगातार सीमा पर निगरानी रख रही है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन को भरोसा दिया है कि वे किसी भी संदिग्ध हरकत की जानकारी तुरंत देंगे।

नेपाल में जारी आंदोलन ने उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को चुनौती दी है। कुमाऊं पुलिस और एसएसबी के संयुक्त प्रयासों से सीमा पर चौकसी कड़ी है, और स्थानीय जनता के सहयोग से हालात नियंत्रण में हैं। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

 

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