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उत्तराखंड में खुलेगा ‘तेरे मेरे सपने’ सेंटर, महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहतकर का दो दिवसीय दौरा

‘Tere Mere Sapne’ center to be opened in Uttarakhand, Women Commission Chairperson Vijaya Rahatkar's two-day visit

देहरादून: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहतकर दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंचीं। अपने दौरे के दौरान उन्होंने न केवल हरिद्वार जिला कारागार का निरीक्षण किया, बल्कि देहरादून सचिवालय में सेतु आयोग (State Institute for Empowering and Transforming Uttarakhand – SETU) के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में भी भाग लिया। इस बैठक में महिला सशक्तिकरण, विवाह पूर्व संवाद और लैंगिक बजटिंग जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

‘तेरे मेरे सपने’ नाम से खुलेगा प्री मेरिटल कम्युनिकेशन सेंटर

बैठक के दौरान विजया राहतकर ने एक नई पहल की घोषणा की जिसमें उत्तराखंड में विवाह पूर्व संवाद केंद्र (प्री मेरिटल कम्युनिकेशन सेंटर) खोले जाएंगे। इन केंद्रों का उद्देश्य विवाह से पहले ही संभावित दंपतियों के बीच संवाद को बेहतर बनाना और उनके रिश्ते को मजबूत आधार देना होगा। इस योजना को “तेरे मेरे सपने” नाम दिया गया है। राहतकर ने कहा कि विवाह के बाद उत्पन्न होने वाले विवादों को सुलझाने के लिए तो व्यवस्था मौजूद है, लेकिन विवाह से पहले संवाद के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। इसी कमी को पूरा करने के लिए यह सेंटर स्थापित किए जाएंगे।

सेक्सुअल हैरेसमेंट पर प्रशिक्षण और जेंडर बजटिंग पर फोकस

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों को लेकर जागरूकता बढ़ाने और लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके अलावा, विजया राहतकर ने उत्तराखंड में ‘जेंडर बजटिंग’ पर हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि इससे महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

चुने हुए जनप्रतिनिधियों को भी दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग

राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा यह भी कहा गया कि प्रदेश के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इसके तहत आयोग विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार करेगा ताकि नीति निर्माण में महिला हितों को बेहतर ढंग से शामिल किया जा सके।

महिला स्वास्थ्य और शिक्षा पर होगा रिसर्च

राष्ट्रीय महिला आयोग उत्तराखंड में महिला स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में शोध करेगा। इस रिसर्च से राज्य सरकार को महिला केंद्रित नीतियों को बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद मिलेगी। विजया राहतकर ने भरोसा जताया कि सेतु और राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त प्रयासों से राज्य में महिलाओं की स्थिति और भी सशक्त होगी।

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