उत्तराखंड

उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, कई जिलों में जनजीवन प्रभावित

Red alert for heavy rain in Uttarakhand, life affected in many districts

देहरादून/पिथौरागढ़: उत्तराखंड में मानसून का असर लगातार गहराता जा रहा है। राज्य के कई पहाड़ी जिलों में भारी बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने 22 से 25 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश और कुछ इलाकों में तेज गर्जन व बिजली गिरने की संभावना जताई है। विशेषकर 23 अगस्त को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और देहरादून जिलों के लिए रेड अलर्ट और टिहरी व पौड़ी गढ़वाल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।


पिथौरागढ़ में स्कूल बंद, सड़कें बाधित

पिथौरागढ़ में जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 23 अगस्त को कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को बंद रखने का आदेश दिया है। मंगलवार देर रात हुई बारिश से थल-मुनस्यारी मोटर मार्ग घटीगाड़ के पास मलबा आने से बंद हो गया। वहीं, थल-पिथौरागढ़ मार्ग पर बोल्डर गिरने से यातायात एक घंटे तक प्रभावित रहा।
डीएम ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।


बागेश्वर में भी अवकाश घोषित

भारी बारिश की आशंका को देखते हुए बागेश्वर जिले में भी 23 अगस्त को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाएंगे। जिलाधिकारी आशीष कुमार भटगांई ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने और राहत व बचाव कार्यों के लिए तैयार रहने को कहा है।


मौसम विभाग का अनुमान

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 23 अगस्त को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और देहरादून में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। टिहरी और पौड़ी गढ़वाल में भी तेज बारिश का खतरा बना हुआ है। विभाग ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने, यात्रा टालने और नदियों-नालों के पास न जाने की अपील की है।


प्रशासन की तैयारियां

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को पूरी तरह अलर्ट कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं मजबूत करने और एंबुलेंस उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस और राजस्व विभाग को संवेदनशील इलाकों में गश्त और निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं।


जनता से अपील

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें। यात्रा से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी लेना आवश्यक बताया गया है।


लगातार चुनौती बनता मानसून

इस वर्ष मानसून के दौरान उत्तराखंड के कई हिस्सों में भूस्खलन और सड़क अवरोध की घटनाएं हो चुकी हैं। अगस्त के अंतिम सप्ताह में भी यह बारिश का दौर जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बारिश से पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा और बढ़ जाता है, इसलिए प्रशासनिक सतर्कता और आमजन की सावधानी बेहद जरूरी है।

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