उत्तराखंड

द्वाराहाट में पंचायत चुनाव के लिए पुनर्मतदान, चुनाव आयोग ने दी थी अनुमति

Re-polling for Panchayat elections in Dwarahat, Election Commission had given permission

अल्मोड़ा: उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट विकासखंड में स्थित बूथ संख्या 46 पर सोमवार, 30 जुलाई को पुनर्मतदान कराया गया। यह मतदान राजकीय प्राथमिक विद्यालय गनोली में हुआ, जहां मतदाताओं ने एक बार फिर अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट डाले।

मतपत्र में गड़बड़ी के चलते दोबारा मतदान

द्वाराहाट क्षेत्र के इस बूथ पर पुनर्मतदान की नौबत उस समय आई जब 28 जुलाई को हुए दूसरे चरण के मतदान में एक प्रत्याशी ने मतपत्र में गड़बड़ी का आरोप लगाया। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद की प्रत्याशी कुंती फुलारा ने शिकायत की थी कि मतपत्र में पहले स्थान पर छपा अनार चुनाव चिह्न गायब था और कुछ मतपत्र फटे हुए थे। उन्होंने मतगणना से पहले ही मतदान निरस्त करने की मांग उठाई थी।

आरओ को दी गई शिकायत, आयोग ने लिया संज्ञान

कुंती फुलारा की लिखित शिकायत को रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) प्रभात रंजन ने गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजी। जांच के बाद निर्वाचन आयोग ने गड़बड़ी की पुष्टि करते हुए बूथ संख्या 46 पर पुनर्मतदान कराने का निर्णय लिया। साथ ही, आयोग ने मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।

मतदाताओं ने दिखाया उत्साह, दोपहर तक 35.61% मतदान

पुनर्मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बूथ पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात रहे ताकि शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराया जा सके। दोपहर 12 बजे तक कुल 410 पंजीकृत मतदाताओं में से 35.61% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था। मतदान प्रक्रिया के दौरान मतदाता लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।

31 जुलाई को होगी मतगणना

पुनर्मतदान के बाद अब सभी प्रत्याशियों की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। मतगणना मंगलवार, 31 जुलाई को की जाएगी, जिसमें तय होगा कि द्वाराहाट के गनोली बूथ से किसे जनता का समर्थन मिला है।

यह घटनाक्रम चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मतपत्रों में मामूली गड़बड़ी को भी गंभीरता से लेकर दोबारा मतदान करवाना लोकतंत्र में जनविश्वास बनाए रखने का प्रतीक है।

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