
देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई हुई है। खासकर चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते चमोली जिले में नंदप्रयाग के पास बादल फटने की सूचना सामने आई है। चमोली पुलिस ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस टीम मौके पर तैनात है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
चमोली पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे नदियों के किनारे न जाएं और अत्यधिक सतर्कता बरतें। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन कई क्षेत्रों में भारी नुकसान की खबरें हैं।
थराली में मलबे में दबी गाड़ियां, हाईवे हुआ था बंद
इससे पहले मंगलवार को चमोली जिले के थराली में रामलीला मैदान के पास गदेरा उफान पर आ गया था, जिससे भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर फैल गया था। इस मलबे की चपेट में दो वाहन आ गए, जिन्हें काफी क्षति पहुंची। साथ ही नेशनल हाईवे भी मलबे के कारण अवरुद्ध हो गया था। बीआरओ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए हाईवे को कुछ घंटों के भीतर साफ कर यातायात बहाल कर दिया।
केदारनाथ हाईवे पर भी संकट
बारिश का कहर यहीं नहीं रुका। रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी में भी तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित नदियां और बरसाती गदेरे उफान पर हैं, जिससे कई स्थानों पर नुकसान हुआ है और केदारनाथ हाईवे भी बंद हो गया है। यात्रा को लेकर प्रशासन ने एहतियातन यात्रियों को रोका है और वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
प्रशासन अलर्ट पर, मौसम विभाग की चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके तहत भूस्खलन, सड़क अवरुद्ध होने और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है।
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। हालात को देखते हुए राहत और बचाव टीमें पूरी तरह से अलर्ट पर हैं।