उत्तराखंड

उत्तराखंड में फिर बरसात का संकट, 72 घंटे का ऑरेंज अलर्ट, कई जिलों में स्कूल बंद

Rain crisis in Uttarakhand again, 72 hours orange alert, schools closed in many districts

देहरादून: उत्तराखंड एक बार फिर भारी बारिश के खतरे का सामना कर रहा है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए पूरे प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए देहरादून, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में 14 अगस्त को कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी-निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय बच्चों और अभिभावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।

लगातार बारिश से बिगड़ रहे हालात

रविवार से प्रदेश में रुक-रुककर हो रही तेज बारिश ने कई जगह जलभराव और भूस्खलन की स्थिति पैदा कर दी है। पहाड़ी जिलों में नदियों-नालों का जलस्तर बढ़ गया है, जबकि कई संपर्क मार्ग बाधित हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिन खासतौर पर संवेदनशील क्षेत्रों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे, क्योंकि तेज हवाओं और भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

चारधाम यात्रा पर रोक

भारी बारिश का असर चारधाम यात्रा पर भी दिख रहा है। गंगोत्री धाम के धराली क्षेत्र में आपदा के बाद यात्री आवाजाही लगभग बंद हो गई है। यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब मार्गों को भी अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मौसम सामान्य होने के बाद ही मार्ग खोले जाएंगे, तब तक यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।

संवेदनशील इलाकों में सख्त निगरानी

जिला प्रशासन ने पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है। नदियों और नालों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। साथ ही, लाउडस्पीकर और सोशल मीडिया के जरिए लगातार चेतावनी संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं।

लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्रों में जेसीबी तैनात

मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बारिश या भूस्खलन से बंद सड़कों को तुरंत खोलने की व्यवस्था की जाए। संभावित भूस्खलन स्थलों पर पहले से ही जेसीबी और मशीनरी मौजूद रखी गई है, खासकर उत्तरकाशी और अन्य पहाड़ी जिलों में।

देहरादून में बाढ़ जैसे हालात

सोमवार को देहरादून में हुई तेज बारिश ने शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए। बिंदाल नदी का जलस्तर पुल से ऊपर बहने लगा, जिससे निचले इलाकों में पानी घुस गया। आईटी पार्क क्षेत्र और सहस्त्रधारा रोड पर जलभराव के कारण ट्रैफिक ठप हो गया और वाहन फंस गए।

प्रशासन की अपील – सतर्क रहें

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें और नदियों या पहाड़ी मार्गों के पास जाने से बचें। एसडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय है और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा रही है।

आने वाले 72 घंटे प्रदेश के लिए अहम साबित हो सकते हैं। मौसम की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और आम जनता, दोनों को सतर्क और तैयार रहना होगा।

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