पौड़ी में सांस्कृतिक धूम:
पौड़ी शहर में चल रहे तीन दिवसीय पौड़ी महोत्सव का रंगारंग दूसरा दिन उत्तराखंड की प्रसिद्ध गायिका प्रियंका मेहर के नाम रहा। अपने गीतों और अनोखे अंदाज से प्रियंका ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महोत्सव में प्रियंका के हिंदी, गढ़वाली, और कुमाऊंनी गीतों ने समां बांध दिया।
प्रियंका के गीतों से गूंजा पौड़ी:
प्रियंका मेहर ने “ढाई हाथ धमेली,” “धना-धना रे,” और “बेड़ू पाको बारामासा” जैसे गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। उनकी आवाज और संगीत का जादू ऐसा था कि दर्शक खुद को नाचने से रोक नहीं सके। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित हर कोई प्रियंका की कला और ऊर्जा से मंत्रमुग्ध नजर आया।
पौड़ी महोत्सव का उद्देश्य:
व्यापार सभा पौड़ी द्वारा आयोजित यह महोत्सव स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और शहर में सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने का प्रयास है। स्थानीय लोगों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे शहर की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने वाला कदम बताया।
प्रियंका की पौड़ी के प्रति सराहना:
मेहर ने पौड़ी की सुंदरता की तारीफ करते हुए कहा, “हिमालय की हसीन श्रृंखला यहां से दिखती है। मैं भविष्य में भी इस खूबसूरत शहर में कार्यक्रम करना चाहूंगी।” उन्होंने बच्चों को सोशल मीडिया का सही उपयोग कर अपनी प्रतिभा को दुनिया तक पहुंचाने की सलाह भी दी।
प्रियंका मेहर का सफर:
प्रियंका उत्तराखंड की मशहूर गायिका हैं, जिनका जन्म 17 अक्टूबर 1996 को देहरादून में हुआ। टिहरी जिले के इच्छोली गांव से संबंध रखने वाली प्रियंका अब देहरादून और मुंबई में रहती हैं। 2020 में उन्होंने बादशाह के साथ “गेंदा फूल” का पहाड़ी वर्जन बनाकर चर्चा बटोरी। उनके सुपरहिट गीत “धना मेरो नाम” ने यूट्यूब पर 51 मिलियन व्यूज और “घुमै दे” ने 50 मिलियन व्यूज का आंकड़ा पार किया है।
संदेश:
उन्होंने दर्शकों को प्रेरित करते हुए कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और संगीत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास जारी रखें। उनका मानना है कि इस प्रकार के आयोजन न केवल कलाकारों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवंत बनाए रखते हैं।