उत्तराखण्ड ने केन्द्र से विशेष बजटीय प्रावधानों की मांग की: भूजल संरक्षण, फ्लोटिंग पोपुलेशन और आयुष क्षेत्र पर जोर
देहरादून, 20 दिसम्बर 2024: आज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जैसलमेर में प्री-बजट कन्सलटेशन बैठक आयोजित की गई, जिसमें उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल एवं सचिव वित्त श्री दिलीप जावलकर ने राज्य की ओर से 11 सूत्रीय मेमोरेण्डम प्रस्तुत किया।
1. भू-जल संरक्षण पर केंद्रित बहुवर्षीय योजना का अनुरोध
उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल ने भूजल संरक्षण के लिए 2500 करोड़ रुपये की सौंग बांध परियोजना की वित्तीय सहायता की आवश्यकता जताई। उन्होंने केन्द्र से एक नई केन्द्र पोषित भूजल संरक्षण योजना शुरू करने का अनुरोध किया।
2. फ्लोटिंग पोपुलेशन और पर्यटन पर सस्टेनेबल टूरिज्म का ध्यान
डॉ. अग्रवाल ने राज्य में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, पर्यावरणीय दृष्टिकोण से टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। फ्लोटिंग पोपुलेशन के कारण साफ-सफाई, सीवरेज और इलेक्ट्रिक वाहन जैसी सुविधाओं के लिए केन्द्र से विशेष वित्तीय सहायता की मांग की गई।
3. आयुष और आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रगति के लिए केन्द्र से समर्थन
उत्तराखण्ड ने आयुष और आयुर्वेद क्षेत्र में विकास के लिए अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना की मांग की। डॉ. अग्रवाल ने प्रदेश की आयुष नीति और योग नीति को बढ़ावा देने के लिए बजट में प्रावधान करने का अनुरोध किया।
अन्य प्रमुख प्रावधानों में शामिल हैं:
- आर्टिफिशियल इंटैलीजेंस (AI) और साइबर सुरक्षा के लिए उत्कृष्टता केन्द्र,
- रेलवे और रोपवे परियोजनाओं के लिए वायेविलिटी गैप फण्डिंग (VGF),
- जल जीवन मिशन और वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं के लिए केन्द्रांश में वृद्धि,
- मनरेगा के तहत पर्वतीय राज्यों के लिए अतिरिक्त प्रावधान।
डॉ. अग्रवाल ने समापन में कहा,
“अमृत काल खण्ड में भारतवर्ष को विकसित देश बनाने की बयार है, इस महायज्ञ को सफल बनाने हेतु देवभूमि उत्तराखण्ड तैयार है।”