प्रयागराज कुंभ 2024: उत्तराखंड को खास भागीदारी का न्योता, योगी आदित्यनाथ की अनोखी पहल
Prayagraj Kumbh 2024: Uttarakhand invited for special participation, a unique initiative by Yogi Adityanath
हर गांव से कुंभ तक: उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ने की अपील
देहरादून। प्रयागराज में जनवरी 2024 से शुरू होने वाले भव्य कुंभ मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। पहला स्नान 13 जनवरी को होगा, और उत्तर प्रदेश सरकार उम्मीद कर रही है कि करोड़ों श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। इस बीच, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर एक अनूठी अपील की है।
हर गांव से एक प्रतिनिधि कुंभ में शामिल हो: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के हर गांव से कम से कम एक व्यक्ति को कुंभ में शामिल करने की अपील की है। पत्र में उन्होंने लिखा कि अगर उत्तराखंड के गांवों से लोग कुंभ में भाग लेंगे, तो यह सांस्कृतिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक बनेगा। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि उत्तराखंड सरकार कुंभ में एक विशेष पंडाल लगाए, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत मिले।
उत्तराखंड की संस्कृति को कुंभ में मिलेगा स्थान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योगी आदित्यनाथ की इस पहल को सकारात्मक रूप से लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति, लोकगीत, और परंपराओं को कुंभ में प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष पंडाल लगाया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी और कैबिनेट के सदस्य भी कुंभ में भाग लेंगे।
गांव-गांव में पहुंचेगा कुंभ का संदेश
सीएम धामी ने बताया कि राज्य सरकार कुंभ के महत्व और इसकी ऐतिहासिक परंपराओं को हर गांव तक पहुंचाने का काम करेगी। इसके लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे, ताकि उत्तराखंड के लोग इस आयोजन से सीधे जुड़ सकें।
योगी का उत्तराखंड से भावनात्मक जुड़ाव
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पंचुर गांव के निवासी हैं। उनका अपने गांव और पहाड़ से विशेष लगाव है। यही कारण है कि वे चाहते हैं कि कुंभ मेले में पहाड़ की संस्कृति और भागीदारी प्रमुखता से दिखाई दे।
प्रयागराज में दिखेगी पहाड़ की झलक
योगी आदित्यनाथ के इस पत्र ने उत्तराखंड की संस्कृति को एक बड़े मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर दिया है। कुंभ मेले में उत्तराखंड के पंडाल और वहां की संस्कृति श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे।