मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि उत्तराखंड अब “खेल प्रतिभाओं की भूमि” के रूप में पहचाना जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 1378 लाख रुपये की लागत से तीन महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण किया, जिनमें पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम का विकास, डाम कोठी पुल का विद्युत फसाड सौंदर्यकरण और चंडी देवी पुल के विद्युत फसाड सौंदर्यकरण कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम राज्य में खेलों के प्रति युवाओं के उत्साह और विश्वास को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “आज हम उस दिशा में बढ़ रहे हैं जहां उत्तराखंड न केवल देवभूमि के रूप में, बल्कि खेल प्रतिभाओं की भूमि के रूप में भी जाना जाएगा। राज्य के विकास में युवाओं का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है और हमारे हर निर्णय में उनकी आकांक्षाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य स्थापना की रजत जयंती के मौके पर हरिद्वार को खेल क्षेत्र में यह बड़ी सौगात दी जा रही है। पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम को एक वर्ष में तैयार किया गया है, जो अब राज्य के युवाओं के लिए खेल क्रीड़ा का उत्कृष्ट स्थल बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने युवा शक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया है।
मुख्यमंत्री ने भविष्य में एक समग्र और युवा नीति बनाने का भी ऐलान किया, जो प्रदेश के युवाओं के रोजगार और व्यक्तित्व विकास पर केंद्रित होगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन और राज्यभर में खेलों की सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे युवाओं में खेलों के प्रति नया उत्साह पैदा होगा।
मुख्यमंत्री ने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी और पुरस्कारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खिलाड़ियों को सम्मानित करने और उनकी प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं का संचालन किया है, जैसे मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना और उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना।
कार्यक्रम के अंत में, मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में क्रिकेट खेलते हुए अपने खेल कौशल का भी प्रदर्शन किया और पहले ही गेंद पर छक्का मारकर दर्शकों का दिल जीत लिया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, हरिद्वार के विधायक, अधिकारियों और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।