
नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य भवन में नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया। इस बोर्ड के पहले अध्यक्ष के रूप में पल्ले गंगा रेड्डी को नियुक्त किया गया है, और इसका मुख्यालय निजामाबाद में स्थापित किया गया है। नेशनल टर्मरिक बोर्ड का शुभारंभ पूरे देश में उत्सव के शुभ दिन मकर संक्रांति के मौके पर हुआ है।
महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा
- विविध मंत्रालयों का प्रतिनिधित्व: पीयूष गोयल ने बताया कि आगामी दिनों में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि भी बोर्ड का हिस्सा होंगे, साथ ही निर्यातकों और उत्पादकों के निकायों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल किए जाएंगे।
- वैकल्पिक बोर्डों से बचाव: मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हल्दी बोर्ड का संरचना मसाला बोर्ड और अन्य संबंधित बोर्डों से जुड़ी डुप्लीकेसी से बच सके।
हल्दी के महत्व पर जोर
पीयूष गोयल ने हल्दी को “गोल्डन मसाला” करार देते हुए कहा कि इस बोर्ड का उद्देश्य हल्दी उत्पादकों की आय बढ़ाना और हल्दी के नवाचार में मदद करना है। बोर्ड खासतौर पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय और अन्य राज्यों में हल्दी किसानों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करेगा।
रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा
मंत्री ने कहा कि बोर्ड हल्दी के नए उत्पादों के रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा देगा, और विदेशी बाजारों में हल्दी उत्पादों के वैल्यू एडिशन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। इसके अलावा, यह बोर्ड हल्दी के औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करने, हल्दी की उपज बढ़ाने के तरीकों, और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रसद और सप्लाई चैन को सुदृढ़ करेगा।
निर्यात की गुणवत्ता पर ध्यान
पीयूष गोयल ने यह भी बताया कि बोर्ड हल्दी के उत्पादन और निर्यात के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने 2023-24 में भारत में 3.05 लाख हेक्टेयर में हल्दी की खेती का उल्लेख किया, जिससे 10.74 लाख टन उत्पादन हुआ। भारत की वैश्विक हल्दी उत्पादन में हिस्सेदारी 70 प्रतिशत से अधिक है।
भारत का वैश्विक महत्व
भारत हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। 2023-24 में भारत ने 226.5 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार और निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मपुरी भी उपस्थित थे।